डीसी के आदेश हुए फेल, ना निर्माण कार्य रुका और ना ही धूल के उड़ने में है कोई कमी

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बढ़ रहे वायु प्रदूषण के मद्देनजर रविवार को शाम में प्रदेश के मुख्य सचिव ने विभिन्न प्रकार की पाबंदी लगाने के आदेश जारी किए । मुख्य सचिव के आदेश के बाद सोमवार को इनकी पड़ताल की गई तो पाबंदी का मिलाजुला असर दिखाई दिया। औद्योगिक नगरी में कुछ कंस्ट्रक्शन साइट पर निर्माण कार्य पहले की तरह होते दिखाई दिए।

तो सड़क किनारे मिट्टी के ढेर भी नजर आए सड़कों और पेड़ों पर पानी का छिड़काव होता हुआ दिखाई दिया वही क्रशर जोन और ईट भट्टी दिखाई दिए।

डीसी के आदेश हुए फेल, ना निर्माण कार्य रुका और ना ही धूल के उड़ने में है कोई कमी

वही दूसरी ओर आदेश की धज्जियां उड़ती हुई नजर आई बाईपास पर एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य रोज की तरह चलता हुआ दिखाई दिया यहां दिल्ली वडोदरा मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है जहां जहां निर्माण हो रहा है वहां सड़क किनारे ऊंचे ऊंचे मिट्टी के टीले हैं।

डीसी के आदेश हुए फेल, ना निर्माण कार्य रुका और ना ही धूल के उड़ने में है कोई कमी

पिलर की खुदाई के बाद मिट्टी को किनारे फेका जा रहा है हवा चलते ही ये मिट्टी वायु प्रदूषण का स्तर बड़ा देती है।इस पर पानी का छिड़काव भी नही किया गया।रेलवे फ्रेट कॉरिडोर तिगाओ मुख्य मार्ग के ऊपर अंडरपास भी डंपरो द्वारा मिट्टी डाली गई।

डीसी के आदेश हुए फेल, ना निर्माण कार्य रुका और ना ही धूल के उड़ने में है कोई कमी

प्रदूषण को देखते हुए जिले भर के सरकारी व निजी स्कूलों को भी बंद कर दिया गया।स्कूल 17 नवंबर तक बंद रहेंगे।बच्चो को एक बार फिर ऑनलाइन मोड पर आना पड़ा।वही 17 से 19 अयुवर्ग की प्रतियोगिता का आयोजन सोमवार से होना था।वो भी रद कर दिया गया है वही अब इसकी नही तिथि घोषित की जायेगी।

डीसी के आदेश हुए फेल, ना निर्माण कार्य रुका और ना ही धूल के उड़ने में है कोई कमी

मुख्य सचिव के आदेश के पालन के लिए जिलाधीश जितेंद्र यादव ने सात इंसीडेंट कमांडर निरीक्षण साल गठित किए गए है।ये फील्ड में देखेगे की नियमों का पालन किया जा रहा है की नही।

डीसी के आदेश हुए फेल, ना निर्माण कार्य रुका और ना ही धूल के उड़ने में है कोई कमी

निगम आयुक्त का कहना है की पहले मिट्टी पर जल छिड़काव किया जाए उसके बाद ही झाड़ू लगाई जाए।पर सोमवार सुबह एनआईटी तीन नंबर के सफाई कर्मी इससे अनजान दिखाई दिए।