दिल्ली एनसीआर में लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।वही अब लोगो को इससे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जिससे लोगो को आंखों से लेकर गले तक तकलीफ हो रही है।वही अब लोगो को सास लेने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जहरीली हवा में सांस लेकर फेफड़े जवाब देने लगे हैं।
आपको बता दें कि प्रदूषण का स्तर देश के कई शहरों में काफी बढ़ गया है यहां तक की मानक से काफी अधिक है इसलिए देश की सरकारों ने कुछ ऐसे कदम उठाये है जिससे प्रदूषण का स्तर कम हो सके इस सिलसिले में हरियाणा सरकार ने 17 नवंबर अर्थात बीते कल से गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का फैसला कर लिया है हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण यह निर्णय लिया गया है। बता दें कि हरियाणा के स्कूलों के बंद होने की घोषणा दिल्ली सरकार द्वारा स्कूलों को एक सप्ताह के लिए बंद करने के आदेश के बाद हुई है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा बिगड़ती एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) पर चिंता जताने के बाद दिल्ली सरकार ने 15 नवंबर से एक सप्ताह के लिए सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने की घोषणा की थी।
सुप्रीम कोर्ट भी दिल्ली सहित तमाम सरकारों को इस समस्या का हल ढूंढ़ने के लिए कह चुका है।इस बीच ओड इवन के रूप में एक हल सामने आया है।
हर बार दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए गवर्मेंट लगातार ओड इवन लगा देती है लेकिन इस बार ऑड-ईवन का यह फॉर्मूला दिल्ली सरकार नहीं बल्कि हरियाणा सरकार लेकर आई है। हरियाणा सरकार ने मंगलवार को निर्णय लिया कि अगले हफ्ते से एनसीआर के चार जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर और सोनीपत में ऑड-ईवन का नियम लागू किया जाएगा।
CNG वाहनो पर ये नियम लागू नही होगा।अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल द्वारा बुलाई गई आपात बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही यह भी निर्णय लिया गया है कि एनसीआर में आने वाले राज्य के 14 जिलों में सरकारी कर्मचारी 22 नवंबर तक घर से काम करेंगे।
निजी प्रतिष्ठानों को भी ऐसा करने के लिए कहा गया था। ऐसे उद्योग जहां ऐसी व्यवस्था संभव नहीं है, उन्हें उपायुक्त से विशेष अनुमति लेनी होगी।एनसीआर के चार जिलों में पहले से ही 17 नवंबर तक घर से काम करने की सलाह दी गई थी।
मंगलवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ बैठक में शामिल अधिकारियों ने इसे एनसीआर के सभी 14 जिलों में 22 नवंबर तक बढ़ाने का फैसला किया. हरियाणा के जिन 14 जिलों में वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी गई है, वे हैं – भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, जींद, करनाल, महेंद्रगढ़, नूंह, पलवल, पानीपत, रेवाड़ी, रोहतक और सोनीपत।
अब देखना ये होगा की कब तक एनसीआर पॉल्यूशन फ्री हो जायेगा ऐसे में लोगो को बहुत सी परेशानियां होती है।अब प्रदूषण को मदे नजर रखते हुए हरियाणा सरकार ने भी लॉकडन लगाने की बात कह दी है।