शहर में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए अब पुलिस विभाग ने भी कमर कस ली है पुलिस उपायुक्त राजीव अरोड़ा ने जिले के सभी थाना व चौकी जिले के प्रभारियों को 10 साल पुराने डीजल वाहनों और 15 साल पुराना पेट्रोल वाहनों को जब्त करने का टारगेट दिया है।
सभी थाना व चौकी प्रभारियों इस पर काम करना भी शुरू कर दिया है इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस के सभी जोनल ऑफिसर उसको भी टारगेट दिया गया है।
आयुक्त के आदेशों के मुताबिक अब प्रत्येक थाने में रोजाना तीन व चौकी में दो वाहन जब्त करने हैं इसी तरह 1 सप्ताह के भीतर ट्रैफिक विभाग सो वाहनों को जब्त करेगा।
मंगलवार को जिले के 30 से ज्यादा वाहन जब्त कर ली गए हैं शहर में सभी जगह नाके लगाकर पुराने वाहनों पर विशेष नजर रखी जा रही है डीसीपी ट्रैफिक सुरेश कुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार दिल्ली एनसीआर में 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों की पूरी तरह से रोक लगी हुई है।
पुराने वाहनों को पहले भी जब्त किया जा रहा था। प्रदूषण का स्तर बढ़ते ही इस पर विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए गए हैं इसके तहत ज्यादा से ज्यादा वाहन जब्त करने हैं।
ट्रैफिक व थाना पुलिस की सबसे ज्यादा नजर जुगाड तकनीक से बनाए गए वाहनों पर है।इसके अलावा पुराने के रडार पर है।पुलिस का मानना है की पुरानी मोटोसाइकिल या स्कूटर को कटकर बनाए गए वाहन हर सूरत में खतरा है।
इनके ऊपर कोई नंबर प्लेट नही होती।ये ट्रैफिक नियमों के मापदंड को भी पूरा नहीं करते। पुराने होने के कारण इनके पास कोई डॉक्यूमेंट भी नही होते।इन्हे नाबालिक बच्चे भी चलाते घूमते है।इसके साथ ही पुराने ऑटो सबसे ज्यादा धुआं करते है।
डीजल के पुराने ऑटो अब ग्रामीण इलाके में ज्यादा है।वहा भी अब इन पर नकेल कसने की तैयारी की जा रही है।पुलिस विभाग पुराने वाहनों की कीमत से ज्यादा का चालान करने में भी गुरेज नहीं कर रहा है।