आपको बता दें कि दिल्ली में शराब की बिक्री पूरी तरह से निजी हाथों में चली गई है। हां ! आपने सही सुना, यानी कि आबकारी नीति के तहत राजधानी को 32 जोन में बांटकर 849 लाइसेंस अपठित किए गए थे। जिसके तहत प्रत्येक जोन में 26- 27 दुकान आज से संचालित हो रही हैं। वही आपको बता दें कि हर इलाके में आसानी से शराब उपलब्ध भी हो जाएगी। इसी के लिए दिल्ली के 272 वार्ड के जोन में विभाजित किया गया है।
वही आपको बता दे की एक जोन में आठ से नौ वार्ड शामिल हैं और हर वार्ड में अनिवार्य तौर पर तीन से चार दुकानें खुलेंगी। और आबकारी विभाग की तरफ से कहा गया है कि सभी दुकानों को खोलने की तैयारी है। वही लाइसेंस हासिल करने वाली फर्मों ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके अलावा दूसरी तरफ़ नई नीति लागू होने के साथ ही शराब आठ से नौ फीसदी महंगी होने का अनुमान है।
आपको बता दे की पुरानी नीति के तहत दुकानें मंगलवार तक की शराब बेच सकेंगी इसलिए स्टॉक खत्म करने के लिए कुछ इलाकों में सस्ते दामों पर शराब भी बेची जा रही है। वहीं दुकानों के बाहर भारी भीड़ भी लग रही है। हालांकि ज्यादा दुकानों ने अपना स्टॉक पहले ही खत्म कर लिया लेकिन जिन दुकानों पर उनके स्टॉक बचे हैं वह सस्ते दामों पर उन्हें बेच रहे हैं।
आपको बता दें कि आबकारी विभाग के तरफ से कहा गया है कि दिल्ली में बुधवार से सभी इलाकों में दुकानें खोलने की तैयारी कर दी गई है कुछ स्थानों पर जगह को लेकर दिक्कत है तो संबंधित जोन की फार्म एक-दो दिन में जगह की उपलब्धि के हिसाब से दुकान संचालित कर देंगे।
साथ ही वही मालूम हो कि मूल्य वर्धित कर (वैट) कर को शराब लाइसेंस शुल्क में जोड़ा जाएगा और साथ ही थोक मूल्य पर भी अब कारी शुल्क और वैट लगाया जाएगा वहीं इससे माना जा रहा है कि दिल्ली में अब शराब 8 से 9 फरवरी तक महंगी हो जाएगी।
बता दे कि, नवंबर की शुरुआत में आबकारी विभाग की तरफ से एक आदेश भी जारी किए गए थे जिसमें पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश हरियाणा पंजाब और राजस्थान में शराब की कीमत का हवाला दिया गया था वही आदेश में लिखा गया है, कि पड़ोसी राज्य में शराब की कीमत दिल्ली के मुकाबले कहीं ज्यादा है कुछ राज्यों में बियर की कीमत भी ज्यादा है इसलिए राजस्व के हिसाब से कीमत बढ़ाने जाने की तैयारी है।
गौरतलब हो या दिल्ली में शराब पीने की कानून उम्र सीमा 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष कर दी गई है। वहीं इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर संचालित स्वतंत्र दुकान और होटल पर 24 घंटे शराब की बिक्री भी चालू कर दी गई है इसके अलावा शराब की दुकान कम से कम 500 वर्ग फीट में खुलेगी दुकान का कोई काउंटर सड़क की तरफ नहीं होगा।
अब तक आशंकित सरकारी दुकानों 150 वर्ग फीट में थी। वहीं काउंटर सड़क की तरफ ही होता ,था लेकिन लाइसेंस धारक मोबाइल ऐप या व्हाट्सएप के माध्यम से आर्डर लेकर शराब की होम डिलीवरी भी अब आसानी से कर पाएंगे वही किसी छात्रावास कार्य कालिया संस्थान ने शराब की डिलीवरी करने की इजाजत नहीं होगी। वहीं दूसरी तरफ अभी तक साथ फंसी भी दुकान है सरकारी और 40 व सीधे निजी हाथों में थी आज से 100 फीसदी दुकानें का ने निजी हाथों में ही रहेंगी।
बता दें कि दिल्ली में 272 वार्ड हैं, उनमें से 79 में एक भी शराब की दुकान नहीं थी। वहीं 45 वार्ड ऐसे थे, जहां एक से दो दुकानें थीं। 158 वार्ड यानी दिल्ली का करीब 58 प्रतिशत ऐसा इलाका था, जहां दुकान ही संचालित नहीं थी और महज 8 प्रतिशत वार्ड सामान्य थे। जहां पर 6 से 10 शराब की दुकानें खुली थी।
राजधानी में कुल वार्ड- 272
जोन में विभाजित- 32
एक जोन- औसतन 8-9 वार्ड
एक जोन में दुकानें- औसतन 27
एक वार्ड में दुकान- अनिवार्य रूप से तीन दुकानें
कुल आवंटित दुकानें- 849
बता दें कि नई आबकारी नीति लागू करने से पहले कुछ इलाकों में इसका विरोध भी हो रहा है। वही विरोध करने वाले लोग आरोप लग रहे हैं कि, टेंडर हासिल करने वाली फर्म आवासीय इलाकों में दुकानें खोल रही है। स्कूल से 100 मीटर की दूरी पर शराब का ठेका होना चाहिए, लेकिन उसके बावजूद भी इस नियम का भी पालन नहीं किया जा रहा है।
3 दिन पहले प्रीतमपुरा में लोगों ने शराब का ठेका खोले जाने पर विरोध किया था वहीं इससे पहले बदरपुर गांव दक्षिण दिल्ली में कालकाजी रोहतक देश नगर में नत्थू कॉलोनी समेत अन्य इलाकों में विरोध भी किया गया।