ज्यादातर चोरों की नजर शादी समारोह वाले घर पर होती है क्योंकि लोग काम में व्यस्त रहते हैं और यह चोर मेहमान बनकर घर में आते हैं चोरी को अंजाम देते हैं। अगर आपके भी घर-परिवार में शादी-समारोह है तो आपको इस चोर गिरोह के बारे में जरूर पता होना चाहिए। आपकी सतर्कता ही आपको इस गिरोह से बचा सकती है। शादियों के सीजन में ही यह गिरोह सक्रिय होता है। शादियों में शगुन या कन्यादान के रुपयों या आभूषणों से भरे बैग पर इस गिरोह की नजर होती है। इन्हें चुराने के लिए बच्चों का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि बच्चों पर किसी का ध्यान नहीं जाता। मौका देखकर यह बच्चे बैग लेकर रफू–चक्कर हो जाते हैं। पिछले सालों में ऐसे कई वारदातें हुई हैं।
शादियों का सीजन शुरू हो चुका है और इसके साथ ही इस गिरोह ने वारदात शुरू कर दी है। 16 नवंबर को कैल गांव में चोरों ने मैरिज गार्डन से दुल्हन के गहनों से भरा बैग चोरी कर लिया।
डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादियान ने सभी थाना प्रभारियों को यह निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में होटल, बैंक्वेट हॉल या मैरिज गार्डन चलाने वाले लोगों को सचेत करें। सुरक्षा उपाय अपनाने के लिए उन्हें जागरूक करें।
चोरी के लिए बच्चों का करते हैं इस्तेमाल
क्राइम ब्रांच प्रभारी विमल कुमार ने बताया कि कुछ साल पहले शादियों में चोरी करने वाला एक गिरोह उनके हत्थे चढ़ा था। चोरी के लिए यह गिरोह बच्चों का इस्तेमाल करता था। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज या शादी की वीडियो देखने के बाद ही इस तथ्य की पुष्टि हुई। पुलिस ने इसे लिटिल चोर गिरोह नाम दिया है।
शादी में कन्यादान या शगुन के रुपयों का बैग, दुल्हा–दुल्हन की ज्वैलरी से भरा बैग इनके निशाने पर होता है। शादी के दौरान हर किसी का ध्यान समारोह पर होता है। जैसे ही मौका मिलता है, ये बच्चे बैग उठाकर गायब हो जाते हैं। एक ही झटके में मोटा माल हासिल करना इस गिरोह का लक्ष्य है।
समारोह में आए मेहमानों पर जाता है शक
इस तरह की चोरी होने पर समारोह में शामिल होने आए लोगों के लिए बेहद संदेहजनक स्थिति बन जाती है। आयोजकों का पहला शक समारोह में आने वालों पर होता है। वे सभी को शक की नजर से देखने लगते हैं। ऐसी स्थिति में सूरजकुंड रोड स्थित मैरिज गार्डन में एक शादी में मुफ्त का खाना खाने के उद्देश्य से गए एक यूनिवर्सिटी के छात्रों को लेने के देने पड़ गए थे।
चोरी होने के बाद जब वीडियो देखी गई तो वे छात्र हॉल में आते–जाते दिखे। वर और वधू पक्ष के लोगों ने भी उन्हें अपने रिश्तेदार मानने से इंकार कर दिया। इसके बाद उन्हें पुलिस के हवाले किया गया। उन छात्रों ने बताया कि वे केवल मुफ्त का खाना खाने के उद्देश्य से शादी में गए थे।
डीसीपी हेडक्वार्टर, नरेंद्र कादियान का कहना है कि सभी थाना प्रभारियों को शादियों के दौरान चोरी होने से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है। लेकिन फिलहाल इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन वह अब भी पूरी तरह से सतर्क हैं।
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