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क्या है ट्रक के पीछे लिखे ‘Horn OK Please’ और केरोसिन का संबंध?, यह खास थ्योरी है इसके पीछे

हम रोजाना कई ऐसी चीज़े देखते है जिनका मतलब समझ पाना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे ही कई बार आते जाते हुए आपने सड़को पर वाहनों के पीछे ‘Horn Ok Please’ लिखा हुआ देखा होगा। खासतौर पर सामान लेकर जाने वाले ट्रकों पर ये लाइन लिखी रहती है। लेकिन आज तक हम ये नहीं जान पाए ऐसा किस लिए और क्यों लिखा होता है तो चलिए आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताने जा रहे है कि आखिर क्यों ऐसा लिखा होता है।

दरअसल Horn Please का तो मतलब ये है कि ओवरटेक करते वक्त हॉर्न बजाएं। लेकिन OK का कोई स्पेसिफिक मतलब समझ नहीं आता है, लेकिन इस ओके के पीछे कई तरह की थ्योरियां हैं।

क्या है ट्रक के पीछे लिखे ‘Horn OK Please’ और केरोसिन का संबंध?, यह खास थ्योरी है इसके पीछे

इसमें अलग-अलग स्टडी में इस OK के मतलब का अंदाजा लगाया है। ऐसे में जानते हैं वो थ्योरी क्या हैं और किस तरह से OK को परिभाषित किया गया है। बता दें कि Horn OK Please का कोई खास मतलब नहीं मिलता है, अब इसके पीछे अलग अलग थ्योरी और अंदाजे लगाए गए हैं। आइये आपको इनसे रूबरू कराते है।

कई थ्योरी है इसके पीछे

अगर कोई खास मतलब कि बात करे तो Horn Ok Please का मतलब है कि पहले आप किसी ट्रक वाले को ओवरटेक के लिए हॉर्न देते हैं और वो साइड देखने के बाद लाइट या इंडीकेटर देकर आपको ओवरटेक के लिए हामी भरता है और साइड देता है। इस प्रोसेस को OK माना गया है। यानी पहले आप हॉर्न दीजिए, फिर आपको सहमति दी जाएगी और फिर आप जा सकते हैं। जी हाँ एक खास थ्योरी में इसका यही जिक्र है।

ओवरटेक

वहीं अगर इसके अलावा और मतलब की बात करे तो पुराने समय में जब ज्यादा सिंगल लेन रास्ते हुआ करते थे। तब ट्रक के पीछे चलने वाली छोटी गाड़ियों को दूसरी लेन से आने वाली गाड़ियों से ओवरटेक करते समय बचना भी होता था। मगर ट्रक के बड़े साइज की वजह से गाड़ियां आती हुई नजर नहीं आती थीं।

ऐसे में ‘ओके’ के ‘ओ’ में एक सफेद बल्ब लगा होता था। जब पीछे वाला शख्स हॉर्न बजाता था और आगे से कोई भी गाड़ी नहीं आती थी तो ट्रक ड्राइवर ओके के ब्लब को जला देता था। जिससे छोटी गाड़ी का ड्राइवर समझ जाता था कि ओवरटेक करना ठीक रहेगा।

अब आपको दूसरी और चर्चित थ्योरी की बात बताते है दरअसल Horn Ok Please की एक थ्योरी दूसरे विश्व युद्ध से भी जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि ट्रक के पीछे OK लिखने की शुरुआत दूसरे विश्व युद्ध के वक्त से हुई है। उस वक्त केरोसिन से ट्रक चलते थे। ऐसे में ‘On Kerosene’ लिखा जाता था और इससे ही OK की शुरुआत हुई।

केरोसिन एक ज्वलनशील पदार्थ होता है। इसलिए ट्रक से दूर रहने के लिए चेतावनी के रुप में OK लिखा जाता था। ऐसे में उसी समय से बीच में OK लिखा जाता है और Horn Please को दोनों तरफ लिख दिया जाता है।

Avinash Kumar Singh

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