महिलाएं आज के समय में किसी से भी कम नहीं है। महिला हर कार्य में सक्षम बनती जा रही है। आज ही नहीं बल्कि अगर हम इतिहास की बात करे तो, उस समय में भी महिलाओं ने अपना जस्बा दिखाया था। युद्धों से लेकर राजनीति तक हर जगह महिलाओं ने अपनी प्रतिभा बनाई है।
अगर बात करे इतिहास राजनीति की तो यहां पर भी समय-समय पर महिलाओं ने अपनी प्रतिभा बनाई है। मैरी एंटोनेट से लेकर क्वीन एलिजाबेथ तक, दुनिया भर की महिलाओं ने जब भी ज़रूरत पड़ी राजसत्ता को अपने हाथों में लिया है। भारत में भी महिलाओं ने राजनीति में अपना योगदान दिया है। इस लेख में हम जानेंगे भारत की 10 माहिलो के बारे में।
जैसा कि आपको पता ही है, इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। साथ ही वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का केंद्रीय स्तंभ भी रही थीं। वह एक योग्य राजनेता थीं जिन्होंने लगभग 18 वर्षों तक तक भारत पर शासन किया। 1975 में उनके द्वारा लगाया गया आपातकाल उनकी ‘भूल’ मानी जाती है।
अगर बात करे सोनिया गांधी की तो इनका परिचय देने की कोई आवश्यकता नहीं है। अखिल भारतीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी का कार्यकाल कांग्रेस के एक शताब्दी के इतिहास में सबसे लंबा रहा है। उनके मार्गदर्शन में 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी सफलता हासिल की और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। वह 2004 से 2014 तक सत्तारूढ़ यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (UPA) की चेयरपर्सन भी रहीं।
जैसा कि आप सभी को पता ही है कि वर्तमान में, मायावती भारत में सबसे शक्तिशाली दलित महिला नेता हैं। वह चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में उनके शक्तिशाली प्रभाव को देश के सभी राजनेताओं के साथ ही देश के जनता ने भी माना है।
इस श्रेणी में जयललिता जयरामन का भी नाम आता है। यह पाँच कार्यकाल तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं। वह लोगों के बीच अम्मा के नाम से लोकप्रिय थीं। और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) की महासचिव थीं। उन्होंने समूचे तमिलनाडु में महिलाओं की स्वयं सहायता समूह की स्थापना की।
आपको बता दे, भाजपा की तेज तर्रार नेता सुषमा स्वराज सात बार सांसद और तीन बार विधान सभा सदस्य रह चुकी हैं। 1998 में वह दिल्ली कि मुख्यमंत्री भी रह चुकी थीं। वह 2014 से 2019 तक वह भारत की विदेश मंत्री रहीं। इंदिरा गांधी के बाद यह पद संभालने वाली वह दूसरी महिला थीं।
जैसा कि आपको पता ही है कि, ममता बनर्जी बंगाल की राजनीतिक पार्टी तृणमूल कांग्रेस की संस्थापक हैं। उन्होंने बंगाल में कम्युनिस्ट पार्टी का प्रभुत्त्व समाप्त कर तृणमूल सरकार की स्थापना की। वह 2011 से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के पद पर कार्यरत हैं।
कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित 1998 से 2013 तक तीन कार्यकाल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस को एक विशेष पहचान दिलाई। वह 2014 में केरल की राज्यपाल भी रहीं।
जानकारी के अनुसार, राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भारत की सबसे शक्तिशाली महिला राजनेताओं में से एक हैं। वसुंधरा राजे को उनकी माँ विजयराजे सिंधिया सक्रिय राजनीति में लेकर आई, जो भाजपा की एक प्रमुख नेता थीं।
आपको बता दे, महबूबा मुफ्ती जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री का पद संभालने वाली पहली महिला रहीं थी। असम की सैयदा अनवारा तैमूर के बाद महबूबा मुफ्ती भारत में किसी प्रदेश की दूसरी मुस्लिम महिला मुख्यमंत्री हैं।
आपको बता दे, नंदिनी सत्पथी एक जानी-मानी भारतीय राजनेता थीं। वह जून 1972 से दिसंबर 1976 तक ओडिशा की मुख्यमंत्री रहीं। नंदिनी सत्पथी को ‘ओडिशा की आयरन लेडी’ के रूप में भी जाना जाता था।
ओम योग संस्थान ट्रस्ट, ओ३म् शिक्षा संस्कार सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पाली , फ़रीदाबाद, हरियाणा, भारत…
ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद में आयोजित वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक-खेल उत्सव, एचिस्टा 2K24 का दूसरा दिन…
एचिस्टा 2K24 का भव्य समापन ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में हुआ, जो तीन दिनों की…
फरीदाबाद के ऐशलॉन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तीन दिवसीय "ECHIESTA 2K24" का आज उद्घाटन हुआ।…
बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…