हरियाणा के हिसार में बहुत दर्दनाक हादसा हुआ। सोमवार अलसुबह हिसार-दिल्ली नेशनल हाईवे पर होटल संचालक और उसके दो दोस्तों के अधजले शव मिले। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद मृतकों के परिजनों। को भी इस हादसे से अवगत कराया। परिजनों का आरोप है कि यह हत्या है और इस वारदात को हादसे का रूप देने के लिए आरोपियों ने ऐसा किया है। नेशनल हाईवे पर मिले इन अधजले शवों से तीन परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मृतक निशांत, अजय व अभिषेक में गहरी दोस्ती थी।
रविवार देर रात करीब 2 बजे तक तीनों होटल रेडवुड में डांस कर रहे थे। ढाई बजे के करीब मृतकों ने अपने डांस का वीडियो व्हाट्सएप स्टेटस पर भी लगाया। साढ़े तीन बजे परिजनों को उनकी मौत की खबर मिली और मौके पर पहुंचकर उन्होंने हत्या का शक जताते हुए पुलिस को शिकायत दी।
उनका कहना है कि बाइक को पहले किसी वाहन से टक्कर मारी गई और उसके बाद बाइक समेत तीनों को जला दिया गया। यह हादसा नहीं हत्या है। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने सेक्टर 9-11 निवासी जिन्दी नाम के व्यक्ति समेत तीन के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
होटल से आ रहे थे वापिस
जानकारी के अनुसार होटल में डांस के बाद तीनों निशांत की बाइक पर दिल्ली बाईपास स्थित एक ढाबे पर खाना खाने के लिए निकले थे। इसके बाद साढ़े तीन बजे निशांत के भाई विष्णु के पास सूचना आई की तीनों की दुर्घटना हो गई है। इसके बाद दिल्ली बाईपास पर सेक्टर 27-28 मोड़ के पास विष्णु परिजनों के साथ घटना स्थल पर पहुंचा। तब तक पुलिस तीनों को नागरिक अस्पताल भेज चुकी थी। मौत की खबर सुनते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
सड़क हादसे के साथ हत्या के एंगल से भी शुरू हुई कार्यवाही
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की स्पेशल टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने एक तरफ से हाईवे का रास्ता बंद कर दिया और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। मौके से सभी सुबूत जुटाए गए। सबसे पहले इस घटना को एक सड़क हादसे से जोड़कर देखा जा रहा था। लेकिन जब परिजनों ने तीनों के हत्या की आशंका जताई तो पुलिस ने हत्या के एंगल से भी कार्यवाही शुरू कर दी।
परिजनों का कहना है कि हत्या के लिए आरोपियों ने पहले किसी वाहन से उनकी बाइक को टक्कर मारी। इसके बाद उनकी हत्या कर पहचान खत्म करने के लिए आग लगा दी।
हंसमुख स्वभाव का था निशांत
आर्यनगर निवासी मृतक निशांत के पिता बीर सिंह ने बताया कि निशांत का स्वभाव बहुत ही हंसमुख था। वह खुद भी खुश रहता था अपने दोस्तों को भी खुश रखता था। निशांत की अभी शादी नहीं हुई थी। कुछ दिनों से कोई उसको होटल में हिस्सेदारी करने की धमकी दे रहा था।
निशांत ने घर में भी इसका कोई जिक्र नहीं किया था। निशांत के भाई विष्णु ने बताया कि वारदात की रात करीब 8 बजे तक वह होटल में ही था। इसके बाद वह घर आ गया। निशांत अपने दोस्त अभिषेक और अजय के साथ होटल में ही रुक गया था।
दो साल पहले शादी, दो माह पहले पिता बने अभिषेक
दो साल पहले ही अभिषेक की शादी हुई थी। उसका एक-दो महीने का बेटा भी है। मृतक के पिता चांदकौर मजदूरी करते हैं। पीड़ित पिता का कहना है कि उनका पैतृक गांव बरवाला तहसील में ब्यानाखेड़ा है। करीब 3 साल से वह हिसार के सूर्यनगर में रह रहे हैं।
5 साल पहले पिता की भी मृत्यु
बता दें कि मृतक अजय फतेहाबाद के भट्टू शहर का निवासी था। बीते छः महीनों से वह हिसार रेडवुड होटल में काम कर रहा था। अजय अपने परिवार का दूसरा बड़ा बेटा था। अजय के ताऊ ने बताया कि करीब पांच साल पहले उसके पिता विनोद की भी मृत्यु हो चुकी है। जिला प्रशासन से उन्होंने न्याय की गुहार लगाई है।
परिजनों ने शव लेने से किया इनकार
सोमवार देर शाम को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में मृतक निशांत, अजय व अभिषेक के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शवों को लेने से साफ इनकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। परिजनों से पुलिस प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द उन्हें न्याय मिले।