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जानिए, एक ऐसे विदेशी ब्रांड के सिगरेट की कहानी जिससे दिल्ली में फल-फूल रहा नशे का कारोबार

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सेंट्रल दिल्ली में लगे पान के खोखों, बड़े रेस्तरां के बाहर सिगरेट बेचने वालों के पास दिल्ली और एनसीआर से युवा एक ऐसी सिगरेट खरीदने आते हैं जो अमेरिका में प्रतिबंधित है। दिल्ली में यह सिगरेट की डिब्बी सात सौ से एक हजार रुपये तक उपलब्ध होती है। जबकि जिस देश में यह सिगरेट बनाई जाती है, वहां इसका दाम भारतीय करंसी में सिर्फ 216 रुपये है। असल में सिगरेट पीने वाले लोग इंडोनेशिया देश में निर्मित ब्लैक ब्रांड की इस सिगरेट के दीवाने हैं।

इस सिगरेट में आरिजनल तौर पर तो जरूम कंपनी की तरफ से इंडोनेशियाई प्राकृतिक तंबाकू भरा जाता है और इसमें काली लौंग का फ्लेवर दिया जाता है। अमेरिका में भी यह सिगरेट अब तस्करी लाकर ही चोरी-छिपे बेची जाती है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने 2009 में इस पर रोक लगा दिया था।

जानिए, एक ऐसे विदेशी ब्रांड के सिगरेट की कहानी जिससे दिल्ली में फल-फूल रहा नशे का कारोबार

अमेरिका ने तब पारित कानून में कहा था कि तंबाकू की दुकानों पर सिर्फ मेन्थाल के अलावा अन्य किसी फ्लेवर की सिगरेट नहीं बेची जाएगी। इसके बाद से अमेरिका में यह सिगरेट चोरी-छिपे ही बेची जाती है। हालांकि 2010 में इंडोनेशिया की जरूम कंपनी ने अमेरिकन के लिए 12 पैक वाली एक सिगार की डिब्बी बनाई मगर वहां के लोग ब्लैक ब्रांड की सिगरेट के ही दीवाने हैं।

नशा करने वालों की पहली पसंद है यह सिगरेट

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ब्लैक ब्रांड की इस सिगरेट को नशा करने वाले लोग काफी पसंद करते हैं। इसके तंबाकू में नशा मिलाने के बाद लौंग के फ्लेवर से इसका स्वाद नशाखोरों को अलग ही आनंद देता है। यही कारण है कि अमेरिका में प्रतिबंधित होने के बावजूद इस सिगरेट को ब्राजील, आस्ट्रिया, पौलेंड, इंडोनेशिया, रोमानिया और भारत में खूब पसंद किया जाता है।

पहले लौंग वाली सिगरेट कहकर बच्चों को लगाई जाती है लत

इंडोनेशिया की इस सिगरेट की लत अमेरिका में 10 साल से ऊपर के बच्चों को भी लग गई थी। इसका कारण है कि इसके प्राकृतिक तंबाकू के साथ लौंग का फ्लेवर तंबाकू से ज्यादा आता है। इसलिए इसे लौंग वाली सिगरेट कहकर पुकारा जाने लगा। हालांकि जब इस सिगरेट की लत अमेरिका में पड़ गई।

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तब तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक नया कानून बनाया। ओबामा को पता था कि सिगरेट की यह लत छोटी उम्र में लगने के बाद नशाखोरी और बढ़ेगी। अमेरिका में यह सिगरेट स्कूलों की कैंटीन तक पहुंच गई थी।

नए साल से पहले दिल्ली कस्टम ने पकड़ी 3.5 लाख सिगरेट, कीमत 50 लाख

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नए साल के आगमन से पहले इस काली सिगरेट की मांग दिल्ली एनसीआर में खूब बढ़ गई है। मंगलवार को दिल्ली कस्टम अधिकारियों ने सेंट्रल दिल्ली के दो गोदामों से ब्लैक ब्रांड की 3.5 लाख सिगरेट बरामद की हैं। इनकी कीमत 50 लाख रुपये है।

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