जैसा कि आप सभी को पता है महामारी का दौर एक बार फिर से लौट रहा है। इसमें ओमिक्रॉन वेरिएंट भी आ चुका है। अब दोनो का ग्राफ बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है। आपको बता दे, अभी तक ओमीक्रोन के करीब 1300 मामले आ चुके हैं और यह 23 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में फैल चुका है। जिसमे दिल्ली, मुंबई में तो खतरा बहुत ज्यादा है, क्योंकि आशंका जताई जा रही है कि यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो चुका है।
एक और चीज आपको बता दे, करीब 64 दिनों के बाद बीते 24 घंटे में 16,000 से ज्यादा महामारी के मरीज आए हैं। ऐसे में भारत में महामारी के कुल मामलों की संख्या 3,48,38,804 पहुंच गई है और ऐक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 91,361 हो गई है।
जानकारी के अनुसार भारत में करीब 33 दिनों बाद एक दिन में गुरुवार को 10 हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए थे। शुक्रवार को यह और भी बढ़ गया। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि संक्रमण में तेज बढ़ोतरी को देखते हुए सतर्कता बढ़ाने की जरूरत है।
अग्रवाल ने यह भी बताया कि देश के आठ जिलों से महामारी के एक हफ्ते में संक्रमण के 10 प्रतिशत से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, 14 जिलों में संक्रमण दर पांच से 10 प्रतिशत है।
महाराष्ट्र, बंगाल, दिल्ली, गुजरात के लिए जारी हुआ अलर्ट:
आपको बता दे, सरकार ने कहा है कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक और गुजरात हफ्ते में महामारी के मामलों और सकारात्मकता दर के आधार पर चिंता बढ़ाने वाले राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के रूप में उभर रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में पूरे देश की केस पॉजिटिविटी 0.92 प्रतिशत रही है। आइए जानते हैं देश के ऐसे 10 शहरों के बारे में, जहां टेंशन सबसे ज्यादा है और यहां वीकली पॉजिटिविटी रेट 10 पर्सेंट से ज्यादा या उसके करीब है।
मिजोरम के 6 जिले दे रहे चेतावनी, बच्चे भी हो रहे पॉजिटिव :
आपको बता दे, देश में सबसे ज्यादा 10 प्रतिशत सप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट मिजोरम के छह जिलों में देखने को मिल रहा है। यहां चंपाई जिले में 13.73 प्रतिशत, खाजवौल जिले में 13.27 प्रतिशत, लांगतलाई में 10.61%, लुंगलेई में 14.61 प्रतिशत, ममित में 14.09 प्रतिशत, सेरछिप में 12.5 प्रतिशत है।
राज्य में महामारी की हालात की बात करें तो महामारी के 202 नए मामले सामने
आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर बृहस्पतिवार को 1,41,157 हो गई। एक और मरीज की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 542 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नए मरीजों में कम से कम 38 बच्चे हैं।
अगर रोजाना संक्रमण दर बढ़कर 9.80 फीसदी हो गई है, जो एक दिन पहले 6.70 फीसदी थी। नए मामलों में से आइजोल से 82 मामले सामने आए हैं। पूर्वोत्तर राज्य में 1,570 मरीजों का उपचार चल रहा है जबकि 1,39,045 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
अरुणाचल में टेस्ट हुए कम, खतरा ज्यादा:
देश के 10 प्रतिशत सप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों में अरुणाचल प्रदेश का नामसाई जिला भी शामिल है, जहां देश में सबसे ज्यादा 20.83 प्रतिशत वीकली पॉजिटिविटी रेट आया है। अरुणाचल प्रदेश में महामारी के दो नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 55,336 हो गई। राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 99.46 फीसदी है। यहां 19 मरीजों का उपचार चल रहा है।
स्कूलों पर क्या है किस राज्य का मूड, हर बात यहां बताते है:
चिंता की बात यह है कि अरुणाचल में टेस्ट कम हो रहे हैं। केंद्र सरकार ने 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को तेजी से मामलों की पहचान करने और वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए नमूनों की महामारी जांच बढ़ाने को कहा है। केंद्र ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश (68 फीसदी), असम (58 फीसदी) और नगालैंड (52 फीसदी) में नमूनों की जांच में 50 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गई है।
कोलकाता भी दे रहा टेंशन:
इसके बाद पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता का नंबर आता है। यहां सप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 12.5 प्रतिशत रहा है। कोलकाता में महामारी के नए मामलों की संख्या 24 घंटे में दोगुनी से अधिक हो गई और महानगर में बृहस्पतिवार को 1,090 मामले सामने आए। कोलकाता में बुधवार को 540 नए मामले सामने आए थे।
पश्चिम बंगाल में करीब छह महीने के बाद 2,000 से अधिक मामले दर्ज किए और राज्य में 2,128 नए मामले सामने आए जबकि बुधवार को 1,089 मामले दर्ज किए गए थ। राज्य की संक्रमण दर बुधवार को 2.84 प्रतिशत थी जो बढ़कर 5.47 प्रतिशत हो गई।
केरल के 6 जिलों में हालात है खराब:
इसके बाद केरल के 6 जिले ऐसे हैं जहां 5 से 10 प्रतिशत के बीच में सप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट रहा है। सरकार ने इस पर चिंता जताई है। केरल में बृहस्पतिवार को महामारी के 2,423 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 52,32,672 हो गई है।
वहीं, संक्रमण से 164 और मौतों के बाद मृतक संख्या बढ़कर 47,441 हो गई। राज्य में महामारी के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 19,835 हो गयी है। राज्य के 14 जिलों में से एर्नाकुलम में सर्वाधिक 455 नए मामले सामने आए। इसके बाद तिरुवनंतपुरम में 416 जबकि कोझिकोड में कोरोना वायरस संक्रमण के 266 नये मामले दर्ज किए गए।
मुंबई-दिल्ली में कम्युनिटी ट्रांसमिश:
सरकार ने वीकली महामारी के मामलों और पॉजिटिविटी रेट के आधार पर चिंता बढ़ाने वाले राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की लिस्ट में महाराष्ट्र को सबसे आगे रखा है। अकेले राजधानी मुंबई में ही बृहस्पतिवार को महामारी के 3,671 नए मामले सामने आए जो पिछले दिन के मुकाबले संक्रमण के नए मामलों में 46.25 प्रतिशत की वृद्धि है।
बता दे, मुंबई में बुधवार को 2,510 जबकि मंगलवार को महामारी से संक्रमण के 1,377 नये मामले सामने आए थे। महामारी मुंबई समेत कई शहरों में बढ़ रहा है। ऐसे में महाराष्ट्र में 24 घंटे में महामारी के 5,368 नए मामले सामने आए, जिनमें से 198 मरीजों में वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है।
मुंबई के लिए चिंता की बात यह है कि ओमीक्रोन पॉजिटिव होने वाले 141 लोगों ने हाल में कोई विदेश यात्रा नहीं की थी। बीएमसी ने कहा है कि शहर में ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित पाए गए 153 व्यक्तियों में से केवल 12 का अंतरराष्ट्रीय यात्रा इतिहास था।
बता दे, ऐसे में आशंका इस बात की है कि कहीं ओमीक्रोन का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू तो नहीं हो गया। उधर, खतरा बढ़ता देख महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में खुले या बंद स्थानों पर आयोजनों में लोगों के एकत्रित होने की संख्या 50 तक सीमित कर दी है।
दिल्ली का हाल:
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने साफ कहा है कि महामारी के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के मामले धीरे-धीरे सामुदायिक स्तर पर फैल रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए नमूनों में से 54 प्रतिशत में ‘ओमीक्रोन’ की पुष्टि हुई है। दिल्ली में नए साल के जश्न के बीच महामारी को फैलने से रोकने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं।
दिल्ली में बृहस्पतिवार को महामारी से संक्रमित 1313 नए मरीजों की पुष्टि हुई, जो 26 मई के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले हैं। दिल्ली में संक्रमण दर बढ़कर 1.73 फीसदी पहुंच गई है। दिल्ली में महामारी के मरीजों के लिए 8,965 बिस्तर (बेड) निर्धारित किए गए हैं, जिनमें से 28 दिसंबर तक 262 यानी 2.92 प्रतिशत ही भरे थे और 97 प्रतिशत खाली थे।