महिलाएं अब किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं। हमारे देश में हर दूसरा माता-पिता अपने बेटा या बेटी को आईएएस या फिर आईपीएस अफसर बनाना चाहता है, परिवार इस स्थिति में नहीं हो पाता कि वह अपने बच्चों को सुरक्षित शिक्षा दे और उनकी अच्छे से परवरिश कर पाए। छत्तीसगढ़ के एक छोटे से गांव से निकली आईपीएस उन्होंने ना सिर्फ मेहनत कर अपना नाम बढ़ाया बल्कि अपने देश का भी नाम रोशन किया है।
भारत बदल रहा है। नकली और असली हीरो में पहचान करने लगा है। दबंग और दमदार अधिकारी के रूप में अंकिता शर्मा की देश भर में पहचान बनी हुई है। वे इन दिनों बस्तर के नक्सली मोर्चे पर तैनात महिला आईपीएस पुरुष जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सर्चिंग पर निकल रहीं हैं।
अंकिता काफी चर्चाओं में बनी हुई हैं। वो पहले तो अपनी ड्यूटी करती हैं और फिर युवाओं को पढ़ाने का भी काम करती हैं। जो ग़रीब परिवारों के बच्चे होते हैं उनके अंदर लगन तो बहुत होती है। जिज्ञासा बहुत होती है। अंकिता शर्मा नक्सलियों की मांद में घुसकर नक्सली ऑपरेशन को अंजाम दे रहीं हैं। नक्सली ऑपरेशन पर सर्चिंग करते महिला आईपीएस की तस्वीरें साथी जवानों ने खींची हैं।
सोशल मीडिया पर उनके नाम के ट्रेंड भी चले हैं। उन्होंने एक अलग ही छाप छोड़ी है। तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं. एक सोशल मीडिया यूजर ने अंकिता शर्मा की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया है कि, ” बस्तर में पहली बार नक्सल ऑपरेशन की कमान महिला आईपीएस के हाथों में है। अंकिता रविवार के दिन एक टीचर की भूमिका भी निभाती हैं। वे युवाओं की मदद करतीं हैं। अंकिता अपने कार्यालय में करीब 20- 25 ऐसे युवाओं को पढ़ाती हैं।
उनके द्वारा पढ़ाये गए युवा सेट हो गए हैं। अंकिता दुर्ग जिले के एक छोटे से गांव की रहने वालीं हैं। उन्होंने गांव के लोगों की समस्या क्या है वो जाना है। उन्होंने शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल से पूरी की है।