जैसा कि सभी को पता ही है, प्रशासन ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को आर्थिक सुरक्षा देने और उन्हें संगठित क्षेत्र के श्रमिकों के बराबर लाभ दिलाने के लिये बहुत कुछ किया है। लेकिन हालही में सरकार ने इसी साल अगस्त में ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत की थी। इस पोर्टल को खोलने का मकसद सरकार का यह था कि वह इसके जरिये देश में मौजूद असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की जानकारी जुटाना और उन तक सभी सरकारी योजनाओं का फायदा पहुंचाना है।
आपको बता दे, असंगठित क्षेत्र के लोग इस पोर्टल पर बड़ी तेजी से अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। अब तक करोड़ों लोगों ने इस पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है। वहीं आपको बता दे, ई-श्रमिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोगों में महिलाएं पुरुषों से भी आगे हैं।
इस पर श्रम मंत्रालय ने एक ट्वीट कर बताया कि “29 दिसंबर, 2021 तक पुरुषों की तुलना में ज्यादा महिलाओं ने e-shram portal पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। 29 दिसंबर तक 8.30 करोड़ महिलाओं ने अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है, वहीं 7.41 करोड़ पुरुषों ने ही अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।
आपको बता दे, इस कार्ड के फायदे जानने के लिए सबसे पहले असंगठित क्षेत्र से जुड़े कामगारों को खुद को ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्टर्ड करना होगा। अगर उनकी जानकारी इस पोर्टल पर रजिस्टर्ड है तो उन्हें सरकार की ओर से 2 लाख रुपए का एक्सीडेंट बीमा कवर मिलेगा।
आपको बता दे, अगर कोई कामगार या मजदूर काम के दौरान किसी हादसे का शिकार हो जाता है या विकलांगता का शिकार हो जाता है तो सरकार से उसे 2 लाख रुपए मदद मिलेगी।
आपको बता दे, ई-श्रम पर पंजीकरण करने से सरकार और असंगठित कामगारों के बीच की दूरी खत्म होगी। जिससे सरकार और उनके द्वारा वर्तमान और भविष्य में शुरू की जाने वाली योजनाएं का लाभ आप तक सीधा पहुंचेगा।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस कार्ड से आपातकाल, महामारी जैसी कठिन परिस्थितियों में सरकार अंसगठित क्षेत्र में काम करने वाले हर एक कामगार तक मदद पहुंचाने में सक्षम बनेगी।
यानी की अगर आगे कोई भी ऐसी स्थिति पैदा होती है, तो आप ई श्रम कार्ड के जरिए सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे।
सरकार की नजर में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिक वो हैं जो अपने घर से चलने वाले व्यापार से जुड़े हों। या असंगठित क्षेत्र में वेतन भोगी कामगार हों। इसके साथ ही ESIE या EPFO के तहत कर्मचारी नहीं है, वो इस श्रमिक कैटेगरी में आएंगे।