मान लो आपका बैंक अकाउंट खाली है और अगर अचानक बैंक आपके खाते में लाखों-करोड़ों रुपये भेज दे तो आप क्या करेंगे? सुनने में यह बहुत दिलचस्प लग रहा है न? लेकिन ऐसा ही कुछ ब्रिटेन में हुआ है। बता दें कि ब्रिटेन के सेंटेंडर बैंक ने गलती से बैंक के ही 2 हजार खातों से 75 हजार लोगों को गलती से पैसे ट्रांसफर कर दिए। बैंक द्वारा अब तक कुल 130 करोड़ पाउंड यानी करीब 1300 करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं। अब बैंक इस रकम को वापस मांग रहा है। लेकिन लोग इसे वापस करने को तैयार नहीं हैं।
क्रिस्टम वाले दिन सेंटेंडर की ओर से यह गड़बड़ी हुई थी। खास बात तो यह है कि सेंटेंडर का यह पैसा बार्कलेज, एचएसबीसी, नेटवेस्ट, को-ऑपरेटिव बैंक और वर्जिन मनी जैसे प्रतिद्वंद्वी बैंकों के ग्राहक खाते में चला गया।
बैंक के पास पैसे वापिस लेने के दो तरीके हैं। पहला- बैंक ग्राहकों से जबरन पैसे वापस भेजने को कहेगा। वहीं, बैंक के पास दूसरा विकल्प उन ग्राहकों के पास जाना और रकम वापस लेना है। बैंक की ओर से एक बयान भी सामने आया है जिसमें बैंक ने कहा है कि यह सब तकनीकी खराबी की वजह से हुआ है।
10 साल की सजा का है कानून
यूके के कानून की बात करें तो अगर बैंक गलती से ग्राहक के खाते में पैसे डाल दे तो वह इसे वापिस ले सकते हैं। अगर ग्राहक पैसे वापस नहीं करते हैं तो उन्हें अधिकतम 10 साल तक की जेल हो सकती है।
बता दें कि सेंटेंडर बैंक के यूके में करीब 14 मिलियन ग्राहक और 616 शाखाएं हैं। सेंटेंडर यूके (Santander UK), ग्लोबल बैंक बैंको सेंटेंडर (Global Bank Banco Santander) का एक सहयोगी बैंक है।
सिटी बैंक ने भी कर दिया था करोड़ों का भुगतान
यह कोई पहली घटना नहीं है जब किसी बैंक ने गलती से किसी व्यक्ति के अकाउंट में पैसे डाल दिए हों। बता दें कि इससे पहले अमेरिका के सिटी बैंक (City Bank) ने भी कॉस्मेटिक कंपनी रेवलॉन के कर्जदाताओं को गलती से 90 करोड़ डॉलर का भुगतान कर दिया था।
बैंक को वापिस नहीं मिले पैसे
बता दें कि इससे बैंक केवल 40 करोड़ डॉलर की ही वसूली कर सका बाकी के 50 करोड़ डॉलर का बैंक को नुकसान झेलना पड़ा। पिछले साल अगस्त में बैंक ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था लेकिन एक अमेरिकी अदालत ने कहा कि बैंक को इसकी वसूली की अनुमति नहीं दी जाएगी।