अगर आपको आपकी प्लेट में भर कर सब्जी खाने का शौक है तो यह खबर आपके लिए है क्योंकि इस बार सब्जियां आपकी सेहत बनानेगी नहीं बल्कि आपकी किचन बजट को बिगाड़ देगी। सर्दियों में जंहा गोभी मूली और आलू के परांठो का नाम सुनते ही मुँह में पानी आ जाता है इस बार हर परांठा भी महँगा हो गया है सवाल यह उठाता है की आखिर इन सब्जियों के महंगे होने की क्या वजह है ।
दरअसल इस बार बेमौसम की बरसात ने सब्जियों के दाम बढ़ा दिया है हरियाणा में लगातार हो रही बारिश के कारण दामों में उछाल आया है लगातार 4 दिनों की बारिश का असर सीधा किसानो की खेती पर पढ़ा है और बिनमौसम की बरसात आफत बन कर किसानो पर बरस रही है
दरअसल खेतो में आलू की फसल गल गई है और टमाटर व् मत्र की फसल पर लगने वाले फूल झड़ गए है जिसके कारण बाजारों में सब्जी की मांग को किसान पूरा नहीं कर पा रहा है और उत्पादन घटने के कारण सब्जियों की अच्छी खासी खपत देखने को मिल रही है
जब भी उत्पादन में कमी आती है तो सब्जी के दामों में तेजी आना लाजमी है बरसात से पहले खुदरा बाजार में टमाटर ₹30 किलो बिक रहा था इसी तरह सब्जी के राजा आलू भी ₹12 से लेकर ₹15 किलो प्रति बिक रहे थे वही अब एक एकदम से इन दामों में उछाल आया है वही आलू अब 40 रुपए प्रति किलो बिक रहा है
जहां एक और मटर आलू टमाटर की फसल सीधी प्रभावित हुए वहीं मूली गाजर शलजम और मेथी की फसल के लिए यहां बरसात फायदेमंद साबित हुई है इससे इन सब्जियों का उत्पादन बढ़ना तय है इसी तरह सलाद और जूस प्रयोग होने वाले चुकंदर के लिए भी यह बरसात अच्छी है वही हरी मिर्च दिया और शिमला मिर्च के लिए यह बरसात हानिकारक है बेमौसम की बरसात से सबसे ज्यादा यदि कोई सब्जी प्रभावित हुआ है टमाटर के फूल झड़ने से उत्पादन कम हुआ है वही यही हाल बैंगन और हरी मिर्च का भी है