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दुनिया की इस साल की सबसे बड़ी खोज आई सामने, पहली बार मिला क्लाउडेड तेंदुआ

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दुनिया में कई बार ऐसे जानवर मिलते है जिन्हे पहली बार देखा गया है। अब भी कुछ समय पहले इतनी ऊंचाई में रहने वाला एक जीव मिला है। जी हां, हम कर रहे है क्लाउडेड लेपर्ड यानी तेंदुए की तस्वीर सामने आई हैं। इस तेंदुए का रंग देखकर आप हैरान हो जाएंगे। इसका रंग सामान्य तेंदुए की तरह नही है। ऐसे तेंदुए ना कभी देखे है ना किसी ने सुना है। यह इस साल की सबसे बड़ी खोज मानी जा रही है।

आपको बता दे, क्लाउडेड लेपर्ड को ICUN ने सबसे कमजोर मांसाहारी जानवर की श्रेणी में रखा गया है। इसका आकार सामान्य तेंदुए से काफी कम है और यह काफी कमजोर होता है। यह जानवर बहुत शर्म वाले होते हैं, इसलिए वह जंगल से कभी बाहर नहीं आते है।

दुनिया की इस साल की सबसे बड़ी खोज आई सामने, पहली बार मिला क्लाउडेड तेंदुआ

आपको बता दे, दिल्ली के वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी  के रिसर्चर ने इसकी खोज की है, उन्होंने नागालैंड के जंगल में चारो तरफ कैमरे लगा दिए थे, पूर्वी नागालैंड के किफिर जिले के थानामीर गांव के सामुदायिक जंगल में 3,700 मीटर की ऊंचाई पर बादल वाले तेंदुओं की कैमरा ट्रैप इमेजेस को रिकॉर्ड किया गया है ।

दुनिया की इस साल की सबसे बड़ी खोज आई सामने, पहली बार मिला क्लाउडेड तेंदुआ

आपको बता दे,  65 वर्ग किमी में फैले इस जंगल में नागालैंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट सरमती है। क्यूंकि यह उचाई वाले इलाके में रहता है इसी लिए इसे क्लाउडेड लेपर्ड नाम दिया गया है।

दुनिया की इस साल की सबसे बड़ी खोज आई सामने, पहली बार मिला क्लाउडेड तेंदुआ

आपको बता दे,  टीम ने जंगल में 50 से अधिक कैमरा लगाए थे। जो साल 2020 से लेकर 2021 तक लगे रहे और जंगल की गतिविधियों को कैप्चर करते गए, लेकिन कैमरे में कुछ ऐसा रिकॉर्ड हो गया जिसके बारे में किसी ने सोचा नहीं था।

दुनिया की इस साल की सबसे बड़ी खोज आई सामने, पहली बार मिला क्लाउडेड तेंदुआ

यह इस लिए भी ख़ास है क्यूंकि इससे पहले इतनी उचाई वाले क्षेत्र में किसी वन्यप्राणी को पहली बार रिकॉर्ड किया गया है। बहरहाल इस जानवर का रंग कैसा है ये कोई बता नहीं पा रहा है।

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