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हरियाणा मे रोड सेफ्टी राम भरोसे, रोज होते हादसे हैँ इस बात का जीता जगता सबूत

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सडक हादसे पर रोक लगाने के लिए सरकार अनेको वादे करती है लेकिन सच्चाई कुछ और ही हैँ क्योकि सरकार के वादे बजट के आभाव मे कही फेल होते नजर आ रहे है इस बार एक बात है सरकार ने रोड सेफ्टी के लिए बजट पास नहीं किया है इन सर्दियों मे कोहरे के कारण हादसे होते रहते है बजट के अभाव की वजह से वाहनों पर रिफ्लेक्टर टाइप नहीं लग पा रही है

ना ही साइन बोर्ड्स लग पा रहे हैं हर साल नवंबर और अक्टूबर के महीने में हादसों को रोकने के लिए आरटीए द्वारा ₹20 लाख का बजट पास होता है जिससे कोहरे में वाहनों पर रिफ्लेक्टर टैप साइन बोर्ड जैकेट टोर्च और बॉडी कैमरा समेत अन्य संसाधनों की खरीद-फरोख्त होती है इसके अलावा अधिकतर सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे भरने के लिए भी इस बजट का इस्तेमाल किया जाता है इस बार आधी जनवरी खत्म हो चुकी है लेकिन अभी तक यह बजट सचिव को नहीं दिया गया है

हरियाणा मे रोड सेफ्टी राम भरोसे, रोज होते हादसे हैँ इस बात का जीता जगता सबूत

रोड सेफ्टी को लेकर हर महीने होने वाली बैठक में आरटीए सचिव के अलावा ट्रैफिक पुलिस पीडब्ल्यूडी हुड्डा एनएचएआई और नगर निगम के अधिकारी शामिल होते हैं रोड सेफ्टी संबंधित संसाधनों के लिए यदि किसी विभाग के पास पैसा नहीं होता है तो आरटीए को जारी होने वाले बजट से भी इन सामानों की खरीद की जा सकती है कोहरे में पुलिस रिफ्लेक्टिर टैप लगाती है वह भी आरटीओ की तरफ से इसी वजह से मुहैया कराया जाता है बजट के अभाव में इस बार पुलिस को रिफ्लेक्टेड नहीं मिल पा रही है जिस कारण वाहनों पर टाइप नहीं लग पा रही है

हरियाणा मे रोड सेफ्टी राम भरोसे, रोज होते हादसे हैँ इस बात का जीता जगता सबूत

क्या होती है रिफ्लेक्टिर टेप

स्टेप को वाहनों के आगे और पीछे लगाया जाता है रात के अंधेरे में या फिर कोहरे में किसी वाहन की रोशनी पढ़ते ही एक्टिव चमकने लगती है जिससे पता चल जाता है कि आगे या पीछे कोई वाहन है खासकर सर्दियों में कोहरे के समय यह काफी उपयोग युक्त होती है अधिकारियों के माने दो वाहनों पर लगाई जाने वाली रिफ्लेक्टिव करीबन 42 सौ से ₹45 तक की होती है

हरियाणा मे रोड सेफ्टी राम भरोसे, रोज होते हादसे हैँ इस बात का जीता जगता सबूत

आरती सचिव डॉ संदीप गोयल ने कहा कि यह साल बिना बजट के ही गुजरने वाला है हर साल अक्टूबर-नवंबर के महा में रोड सेफ्टी बजट मिल जाता था यही कारण है जिसकी वजह से पुलिस को रिफ्लेक्टिव नहीं मिल पा रही है पुलिस या अन्य विवाह के पास ही रोड सेफ्टी बजट होता है तब तक वह अपने बजट से खरीद सकते हैं हमारे पास पिछले साल से करीब आठ 10 बंडल बचे हुए थे जिनका इस्तेमाल हो रहा है मंगलवार को शुगर मिल में काफी वाहनों पर यह टेप लगाई गई थी ट्रैफिक एसएचओ स्पेक्टर कुलबीर सिंह का कहना है कि उनके पास अब रिफ्लेक्टेड नहीं है इस वजह से वाहनों पर यह टेप नहीं लगा पा रहे हैं उच्च अधिकारियों को पत्र भेजा गया है जल्द ही हमें यह सहूलियत मिल जाएगी फिर भी अपने स्तर पर कोहरे में हादसों को रोकने के लिए पूरी टीम काम कर रही है वहीं लोगों को भी इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है

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