उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में हर पार्टी अपने उम्मीदवार के साथ मैदान में उतर रही है वही इस बार बाहरी नेताओ पर भी दांव खेलने जा रही है जींद जिले की जुलना विधानसभा क्षेत्र के गांव बूढ़ा खेड़ा लाठर के समय लाठर उत्तर प्रदेश में अपना भाग्य आजमाने के लिए मथुरा जिले की विधानसभा मांट से चुनावी मैदान में उतरेंगे ।
रालोद के राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी पहली बार विधायक बने हैं वही सपा रालोद गठबंधन होने के कारण संजय लाठर मजबूत प्रत्याशी माने जा रहे है बता जा रहा है की संजय लाठर छात्र जीवन से ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ जुड़े रहे थे उनकी ज्यादातर पढ़ाई भी उधर देश में पूरी हुई थी भाषण और टीम प्रबंधन में तेजतर्रार लाठर थोड़े समय में ही मुलायम सिंह के परिवार में गहरी पैठ बना ली थी।
इस कारण उन्हें पहले सपा के युवा विंग सातवीं और भारत में युवा विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया लाठर ने शुरुआती दिनों में हरियाणा में सपा को मजबूत करने की कोशिश की थी उन्होंने लोकसभा में विधानसभा के चुनाव लड़े लेकिन जीत मिल नहीं पाई
मुलायम सिंह ने 1998 में लोकसभा चुनाव में संजय लाठर को सोनीपत संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था इसके बाद 2005 और 2009 के विधानसभा चुनाव में भी जुलाना विधानसभा से चुनाव लड़े गए थे लेकिन यहां पर भी जीत का मुंह देखना थोड़ा मुश्किल था 2005 में संजय लाठर के चुनाव प्रचार के लिए जुलाना पहुंचे मुलायम सिंह यादव ने कहा कि यहां के लोग उन्हें चुनाव जीता विधानसभा भेजे तो ठीक है नहीं तो उत्तर प्रदेश में विधायक जरूर बनाए जाएंगे अपनी बात पर खरा उतरते हुए योगी सरकार में यूपी विधान परिषद का सदस्य मनोनीत किया था ।
मार्च से सपा प्रत्याशी बने डॉ संजय पाठक की गिनती अखिलेश यादव के उन खास में होती है जिन्हें अखिलेश यादव अपना मानते हैं अब सपा में रालोद का गठबंधन हुआ है ऐसे में संजय लाठर सबसे मजबूत प्रत्याशी माने जा रहे हैं इस चुनाव में जीत हासिल होगी नहीं है तो आने वाला समय बताएगा लेकिन फिलहाल उनकी जो गिनती है वह मजबूत कैंडिडेट में गिने जा रही है