अब फिर से बदलेगा हरियाणा का मौसम, अभी और कड़ाके की पड़ेगी ठंड

0
440
 अब फिर से बदलेगा हरियाणा का मौसम, अभी और कड़ाके की पड़ेगी ठंड

जैसा की आप सभी को पता है कि वर्तमान में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और लोग इस समय में घरों में रजाइयों में बैठना पसंद करते है। इसी बीच हरियाणा कृषि मौसम विज्ञान विभाग ने पूर्वानुमान लगाते हुए कहा है कि प्रदेश में फिर से मौसम में बदलाव होगा। कुछ दिनों में बारिश के आसार बन रहे हैं। ऐसे में और ज्यादा कड़ाके की  ठंड पड़ेगी। लगातार बादल छाए  रहने की वजह से सूर्य नही दिख रहा है। और ठंड लगातार बढ़ती जा रही है।

आपको बता दे,  चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ मदन खिचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हवा में बदलाव उत्तर पश्चिम से दक्षिण पूर्व व पूर्वी हो जाने से प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में 23 जनवरी तक आंशिक बादल छाए रहने की आशंका जताई जा रही है।

अब फिर से बदलेगा हरियाणा का मौसम, अभी और कड़ाके की पड़ेगी ठंड

उन्होंने आगे बताया  इसके साथ ही एक और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता 21 जनवरी तक बढ़ने से प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में 21 जनवरी रात्रि, 22 जनवरी और 23 जनवरी को हवा व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना जताई जताई जा रही है।

अब फिर से बदलेगा हरियाणा का मौसम, अभी और कड़ाके की पड़ेगी ठंड

डॉ मदन खिचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 11 जनवरी से लगातार बादलवाही की स्थिति बनी हुई है और हल्की गति से चल रही उत्तर पश्चिमी हवाओं से प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इन हवाओं की वजह से  तापमान सामान्य से 5-6 डिग्री कम तथा रात्रि तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ है।  हरियाणा के ज्यादातर क्षेत्रों में कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है।

अब फिर से बदलेगा हरियाणा का मौसम, अभी और कड़ाके की पड़ेगी ठंड

आपको बता दे, प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कपकपाने वाली ठंड पड़ रही है और इसकी संभावना इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले पांच दिनों में लोगों को एक घंटे तक भी सूरज की धूप सेंकने को नहीं मिली है।

अब फिर से बदलेगा हरियाणा का मौसम, अभी और कड़ाके की पड़ेगी ठंड

इसके साथ ही शीत लहर भी चल रही है। इससे ठंड का अहसास और अधिक हो रहा हैं। सूर्य की तपिश न मिलने का असर फसलों, इंसानों और जानवरों तीनों पर गलन के रुप में देखने को मिल रहा है। ऐसे में फिर से बन रहे बारिश के आसार जनता की मुश्किलें बढ़ाने का काम कर सकते हैं।