आपको बता दे, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की भर्तियों में फ्रोड पकड़े जाने के बाद नौकरी माफिया के लोग आयोग के कर्मचारियों को मामले को निपटाने के लिए लाखों रुपये की रिश्वत दे रहे है। जब अधिकारियों ने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया तो उन्होंने कर्मचारियों को गोली से मारने की धमकी भी दी है।
आगे आपको बताए HHSC चैयरमेन भोपाल सिंह खदरी से बात करने के लिए भी आयोग में तैनात निजी एजेंसियों से नकल माफिया सम्पर्क करना चाह रहे हैं और बड़ी रिश्वत दे रहे है।
जब यह मामला पुलिस अधिकारियों के पास पहुंचा तो चैयरमेन भोपाल सिंह खदरी समेत अन्य कर्मचारियों के घरों और कार्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था बड़ा दी गई है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी महीनता से जांच में जुट गई है।
HHSC चैयरमेन भोपाल सिंह खदरी ने खुद इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मेल कॉन्स्टेबल भर्ती प्रक्रिया में किसी दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने के मामले में पकड़े गए युवक पकड़ा गया था।
उसे छोड़ने के लिए माफिया के सदस्य ने सीधे आयोग के कर्मचारी को फोन किया और पांच लाख रुपये में मामला रफा-दफा करने की बात बोली। कर्मचारी ने जब उससे मना किया उसे गोली मारने की धमकी तक दी गई।
आपको बता दे, इतना ही नहीं चयन आयोग में तैनात एक निजी एजेंसी के संचालक के पास भी नकल माफियाओं ने फोन किया और कहा कि चेयरमैन से मीटिंग कराओ। हमने 150 लोगों को पहले ऐसे ही नौकरी लगवा रखी है, इन सबको नौकरी की बहुत जरूरत थी। हमने पैसे कमाए हैं तो कुछ चेयरमैन भी कमा लेंगे।
चैयरमेन भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि इन दोनों मामलों की जानकारी डीजीपी और एडीजीपी सीआईडी को दे दी गई है। इसके बाद चेयरमैन और कुछ कर्मचारियों के घरों और कार्यालयों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। साथ ही जहां पर पुलिस भर्ती का पीएमटी चल रहा है, वहां भी सादी वर्दी में पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
बता दें कि हरियाणा में नौकरियों में बड़े स्तर पर फ्रॉड सामने आने के बाद हरियाणा सरकार ने सख्ती बरतते हुए बड़े स्तर पर गड़बड़ी करने वाले गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
सीएम मनोहर लाल और चैयरमेन भोपाल सिंह खदरी की सख्ती के बाद नकल माफिया गिरोह पूरी तरह से बौखला गया है और अब सीधे बोर्ड अधिकारियों को मामला दबाने के लिए सीधे रिश्वत का आफर दें रहें हैं और बात न मानने पर गोली मारने की धमकी देने लगें हैं।