अब इस कक्षा में फेल छात्र न हो निराश, हरियाणा सरकार के मिले सुनहरे अवसर के बाद छात्रों ले सकेंगे राहत की सांस

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 अब इस कक्षा में फेल छात्र न हो निराश, हरियाणा सरकार के मिले सुनहरे अवसर के बाद छात्रों ले सकेंगे राहत की सांस

पांचवी और आठवीं कक्षा में फेल होकर निराश होने वाले छात्रों अब एक बार फिर खिलखिला कर हंस सकेंगे, क्योंकि उन्हें हरियाणा सरकार ने सुनहरा अवसर दे दिया है। जिसके बाद उन्हें कहीं जाकर राहत मिल सकती है, क्योंकि हरियाणा सरकार के मुताबिक अब प्राथमिक कक्षा में फेल विद्यार्थियों को सुनहरा अवसर देकर वह पांचवी व आठवीं कक्षा में फेल होने वाले छात्रों को एक बार फिर परीक्षा देने के लिए तैयार हो गई हैं।

वही सबसे अच्छी बात तो यह है कि इसके लिए 2 महीने एक्स्ट्रा क्लास में पढ़ाई करने के बाद दुबारा परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। इस बात की जानकारी हरियाणा स्कूल एजुकेशन बोर्ड की ओर से दी गई।

अब इस कक्षा में फेल छात्र न हो निराश, हरियाणा सरकार के मिले सुनहरे अवसर के बाद छात्रों ले सकेंगे राहत की सांस

18 जनवरी को सरकार द्वारा जारी आदेशानुसार हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से जुड़े सभी विद्यालयों में 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड की ओर आयोजित कराई जायेंगी. 5वी और 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं दुबारा कराने का ये फैसला हरियाणा के शिक्षा मंत्री चौधरी कंवर पाल ने लिया है।

इसके अलावा बोर्ड परीक्षा रिजल्ट को 1 महीने के अंदर जारी करने के भी आदेश दिए गए है। दरअसल, हरियाणा में 8वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा साल 2010 से बंद हैं। इससे पहले पांचवी की बोर्ड परीक्षाएं जिला स्तर पर होती थी। अब शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी कर कहा गया है कि अब 5वीं और 8वीं कक्षा के स्टूडेंट्स की वार्षिक परीक्षा होगी।

अब इस कक्षा में फेल छात्र न हो निराश, हरियाणा सरकार के मिले सुनहरे अवसर के बाद छात्रों ले सकेंगे राहत की सांस

बता दें शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. महावीर सिंह ने अधिसूचना जारी करते हुए बताया कि हरियाणा में अब पहले की तरह 5वीं और 8वीं कक्षा की सालाना परीक्षा होगी। इसमें न्यूनतम अंक नहीं लेने वाले बच्चों को फेल भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई बच्चा फेल हुआ तो उसे दो माह बाद फिर परीक्षा देने का मौका भी दिया जाएगा।

इस तरह प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधरेगा.नए नियमों के मुताबिक, अगर बच्चा एक्स्ट्रा क्लास लेने के बावजूद भी पास न हो पाए तो उसे उसी क्लास में रखा जाएगा. इस नियम से होगा यह कि बच्चों का साल खराब होने से बच जाएगा और वह फेल नहीं होगा।