“किस्मत में जो लिखा होता है वो मिल कर रहता है”, लेने गए थे 500 का छुट्टा हाथ आ गई 12 करोड़ की लॉटरी

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 “किस्मत में जो लिखा होता है वो मिल कर रहता है”, लेने गए थे 500 का छुट्टा हाथ आ गई 12 करोड़ की लॉटरी

“किस्मत में जो लिखा होता है वो मिल कर रहता है”, लेने गए थे 500 का छुट्टा हाथ आ गई 12 करोड़ की लॉटरी :- जैसा की हम जानते है इंसान का किस्मत कभी भी बदल सकता है, इसमें कोई दो राय नहीं है, फर्क सिर्फ इंसान के नसीब का होता है, जिसमें जो लिखा होता है, वह तो उस इंसान को मिल कर ही रहता हैं।

ऐसा ही कुछ हुआ है, केरल के 77 वर्षीय सदानंदन ओलीपराम्बिल की जिंदगी में, आपको बता दें इस इंसान की जिदंगी में ऐसा कुछ हुआ जिससे वे पलक झपकते करोड़पति बन गए। हां आपने सही सुना, और यह सच भी है, तो चलिए जानते है ऐसा कैसे हुआ।

“किस्मत में जो लिखा होता है वो मिल कर रहता है”, लेने गए थे 500 का छुट्टा हाथ आ गई 12 करोड़ की लॉटरी

हम जिस इंसान की बात कर रहे है, वे केरल के कोट्टायम के रहने वाले साधारण इंसान है, जो पिछले कई सालों से नियमित रूप से लॉटरी टिकट खरीद रहे थे। पर एक रविवार की सुबह जब वे घर से सब्जी लेने निकले तो उनके पास 500 रुपये के छुट्टे नहीं होने के कारण दुकानदार से एक लॉटरी का टिकट खरीद लिए और नोट का छुट्टे करवा लिए।पर उन्हे क्या मालूम वे उस टिकट से बंपर इनाम जीत लेंगे।

“किस्मत में जो लिखा होता है वो मिल कर रहता है”, लेने गए थे 500 का छुट्टा हाथ आ गई 12 करोड़ की लॉटरी

आपको बता दें, लॉटरी टिकट खरीदने के चंद घंटे बाद ही उन्हें पता चला कि वे 12 करोड़ इनाम राशि के जैकपॉट विजेता बन गए हैं। मीडिया के अनुसार, सदानंदन ने जैकपॉट जितने की कहानी कुछ इस तरह लोगो को बताई,

“किस्मत में जो लिखा होता है वो मिल कर रहता है”, लेने गए थे 500 का छुट्टा हाथ आ गई 12 करोड़ की लॉटरी

“वो पैसे खुल्ले करवाने एक मीट शॉप में पहुंचे लेकिन जब उन्हें खुल्ले नहीं मिले तो उन्होंने एक लॉटरी टिकट खरीद लिया, और दोपहर में जब रिजल्ट आया तो वह हक्के-बक्के रह गए। क्योंकि यकीन ही नहीं हुआ कि वो चंद घंटे में ‘करोड़पति’ बन गए हैं।”

आपकी जानकारी के लिए बता दें, उनके नाम केरल सरकार के क्रिसमस-न्यू ईयर लॉटरी का 12 करोड़ रुपये का पहला पुरस्कार है, पर टैक्स की कटौती और लॉटरी एजेंट के कमीशन के बाद उन्हे सिर्फ 7.39 करोड़ रुपये ही मिलेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, केरल के इस लॉटरी विभाग ने 300 रुपये की 47 लाख से अधिक टिकट बेचे थे।