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इस बच्ची ने बताई अपनी पिछले जन्म की सारी बाते, लोग सुनकर रह गए चकित, यह है कहानी

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ऐसा कहा जाता है कि जब इंसान की मृत्यु हो जाती है, उसके बाद उसका पुनर्जन्म होता है। कई लोग इस बात पर विश्वास करते हैं, जबकि कई लोग इस बात को मानने से इंकार कर देते हैं। लेकिन हमारे सामने कई बार ऐसे उदाहरण आए हैं,  जिसमें छोटी सी उम्र के बच्चे अपने पिछले जन्म की कहानी बताते हैं। जिनके तथ्यों को देखते हुए उसे सच माना जाता है। आज भी राजस्थान से एक ऐसी कहानी सामने आई है, जो कि बिल्कुल हैरान कर देने वाली है। जी हां, यह कहानी भी पुनर्जन्म की है। जिसमें एक छोटी सी बच्ची अपने पिछले जन्म की सारी बातें बताती है जिससे सभी लोग चौक जाते हैं। आइए जानते हैं क्या कहती है वह।

आपको बता दें जिस बच्ची की हम बात कर रहे हैं, वह राजस्थान के राजसमंद में एक 4 साल की बच्ची है। जो अपने पुनर्जन्म को लेकर कई दावे कर रही है। बच्ची की बातें सुनकर उनके मां-बाप से लेकर रिश्तेदार तक सभी चकित हैं। जो भी मासूम ने अपने पिछले जन्म की बातें बताई हैं, वह सारी बातें सच निकली है। उसने बताया पिछले जन्म में उसकी मौत कैसे और कब हुई। आइए बताते हैं, आपको यह रहस्यमई कहानी।

इस बच्ची ने बताई अपनी पिछले जन्म की सारी बाते, लोग सुनकर रह गए चकित, यह है कहानी

आपको बता दें यह कहानी नाथद्वारा से सटे गांव परावल की है। जिसमें एक व्यक्ति रतन सिंह चुंडावत की पांच बेटियां हैं। वह एक होटल में काम करते हैं। पिछले 1 साल में उनकी सबसे छोटी बेटी किंजल बार-बार भाई से मिलने की बात कह रही थी। लेकिन पहले उसकी इस बात पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

लेकिन जब 2 महीने पहले एक बार किंजल की मां दुर्गा ने उसके अपने पापा को बुलाने को कहा तो वह बोली पापा तो पिपलांत्री गांव में है। पिपलांत्री वही एक गांव है। जहां उषा नाम की एक महिला की जलने से मौत हो गई थी। किंजल के अभी के गांव में करीब 30 किलोमीटर दूर है। बच्ची कहती है, वही उषा है।

इस बच्ची ने बताई अपनी पिछले जन्म की सारी बाते, लोग सुनकर रह गए चकित, यह है कहानी

यहीं से किंजल के पुनर्जन्म की कहानी शुरू होती है। बच्ची के जवाब को सुनकर पूरा गांव सन्न रह गया। मां दुर्गा के बार बार पूछने पर किंजल आगे बताती है  जब पिपलांत्री के पंकज के पास पहुंची तो वह परावल आया। पंकज उषा का भाई है। पंकज जैसे ही उसे दिखा तो किंजल की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। फोन में मां और उषा का फोटो दिखाया तो फूट-फूट कर रोने लगी। 14 जनवरी को किंजल अपनी मां और दादा सहित परिवार के साथ पिपलांत्री पहुंची।

उसे की मां गीता पालीवाल ने बताया कि, किंजल जब गांव में वापस पहुंची तो ऐसा लग रहा था कि यह बरसों से यही रह रही है। जिन से वह पहले बात करती थी उनसे ही बात करने लगी। यहां तक कि जो फूल उषा को पसंद थे, उसके बारे में भी किंजल को सब पता था। मां ने अपने सभी बच्चों को उसके बाद खूब दुलार किया। गीता ने बताया उनकी बेटी उषा 2013 में घर में काम करते हो तो के चूल्हे की वजह से जल गई थी।

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इस घटना  के बाद किंजल और ऊषा के परिवार के बीच एक अनोखा रिश्ता बन गया। किंजल रोजाना परिवार के प्रकाश और हिना से फोन पर बात करती है। ऊषा की मां कहती हैं, ‘हमें भी ऐसा लगता है कि मानों हम ऊषा से ही बात कर रहे हों। ऊषा भी बचपन में ऐसे ही बातें करती थी।’ती है कि उसके मां-बाप और भाई समेत पूरा परिवार पिपलांत्री में ही रहता है।

वह 9 साल पहले जल गई थी। इस हादसे में उसकी मौत हो गई और एंबुलेंस यहां छोड़कर चली गई। दुर्गा ने यह बात बच्ची के पिता रतन सिंह को बताई तो वह बच्ची को मंदिर और थान पर ले गए। उसे डॉक्टरों को भी दिखाया तो बच्ची को कोई समस्या नहीं थी। बच्ची सामान्य थी।

इस बच्ची ने बताई अपनी पिछले जन्म की सारी बाते, लोग सुनकर रह गए चकित, यह है कहानी

बस अब वह बार-बार अपने पहले जन्म के परिवार से मिलने की जिद करने लगी। किंजल ने बताया कि उसके परिवार में दो भाई-बहन हैं। पापा ट्रैक्टर चलाते हैं। पीहर पीपलांत्री और ससुराल ओडन में है।

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