आज के समय में लड़कियां किसी भी चीज में पीछे नहीं है। वह आसमान की ऊंचाइयों को छू रही है। हर चीज में आगे निकल रही है। देश से लेकर घर परिवार और राज्य का नाम रोशन कर रही है। चाहे बात घर संभालने की हो या देश संभालने की, वो किसी भी चीज में पीछे नहीं हट रही हैं। हम देख पा रहे हैं आज के समय में लड़कियां हर जगह काम करती हैं। चाहे वह पेट्रोल पंप हो, चाहे वह ऑटो चलाना हो, चाहे वह देश संभालना हो चाहे वह घर संभालना हो।
जैसा कि हम सभी को पता है कि आईएएस और आईपीएस भी आज के समय में लड़कियां बन रही हैं। वह यह नहीं सोचती कि क्या होगा वह सिर्फ अपने मुकाम को देखती हैं। और उसी की तरफ कार्य करती हैं अगर आपको इस बात का यकीन ना आए तो आईएएस गरिमा अग्रवाल की कहानी को जरूर जानिए।
आपको बता दें गरिमा अग्रवाल वह लड़की हैं, जिन्होंने आईएएस और आईपीएस बनने के लिए दो प्रयास करें। और दोनों ही प्रयास सफल रहे। पहले ही प्रयास में उन्होंने आईपीएस क्रैक किया और अगले दूसरे प्रयास में आईएएस।
हर साल लाखों लोग आईएएस और आईपीएस बनने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। वह दिन रात पढ़ते हैं। लेकिन उनमें से कुछ ही लोगों की मेहनत कामयाब होती है। और कुछ असफल हो जाते हैं। लेकिन गरिमा अग्रवाल ने मेहनत के साथ दृढ़ निश्चय भी किया था कि मुझे यह क्रैक करना ही है।
शायद यही वजह है कि देश की दो सबसे बड़ी प्रशासनिक सेवाओं में शामिल होने की गरिमा की कोशिश पहली बार में ही सफल हो गयी। चलिए जानते हैं गरिमा अग्रवाल के आईपीएस और फिर आईएएस बनने की कहानी।
आपको बता दे, गरिमा अग्रवाल मध्यप्रदेश के खरगोन की रहने वाली हैं। उन्होंने शुरुआती पढ़ाई खरगोन के ही सरस्वती विद्या मंदिर से की थी। गरीमा बचपन से ही पढ़ने में बहुत होशियार थी।
आपको बता दे, उन्होंने 10वीं की परीक्षा में 92% अंक प्राप्त किये थे, और वही बात करे 12वीं की तो उन्होंने 89% अंकों से पास हुईं थीं। गरिमा एक व्यवसायिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं।
आपको बता दे, गरिमा ने जून 2018 में हुई प्री-लिम्स परीक्षा में चयन हो गया था। उसके बाद भी सितंबर 2018 में मेंस परीक्षा में भागीदारी की थी। मेंस को क्लियर करने के बाद 27 मार्च 2019 को गरिमा का आईएएस के लिए साक्षात्कार हुआ। जिसमें बाजी मारते हुए वो आईएएस के लिए चुनी गईं।
आपको बता दे, इन सब से पहले उन्होंने यूपीएससी 2017 की परीक्षा में 241वीं रैंक के साथ आईपीएस के लिए चयनित हो गई थी। इसके बाद ही उन्होंने हैदराबाद में ट्रेनिंग शुरू की थी।
आप यह भी जान ले, गरिमा की बड़ी बहन प्रीति अग्रवाल ने भी 2013 में यूपीएससी में क्लियर किया था। अब वो आईपीओएस के रूप में दिल्ली में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
गरिमा बचपन से ही पढ़ने में बहुत होशियार थी उन्होंने अपने स्कूली जीवन के दौरान रोटरी इंटरनेशनल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अमेरिका में भी अध्ययन कर चुके हैं। पढ़ने लिखने के साथ-साथ गरिमा को कविताओं का भी बहुत शौक था। अब तक वह दो काव्य संग्रह प्रकाशित कर चुकी हैं। जो लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद आई है।
आपको बता दे, उन्होंने आईएएस बनने के लक्ष्य को पूरा कर लिया। साल 2019-2020 में गरिमा ने एलबीएस अकादमी, मसूरी में अपना प्रशिक्षण पूरा किया। वर्तमान में गरिमा अग्रवाल तेलंगाना में सहायक जिला मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं।