Categories: Government

हरियाणा में हर अधिकारी को कम से कम गोद लेना होगा एक गांव, संबंधित अधिकारी पर निर्भर करेगा गांव

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ‘ग्राम संरक्षक’ योजना के लिए आनलाइन पोर्टल लांच कर दिया है। इंटरा एचआरवाइ डाट जीओवी डाट इन (http://www.intrahry.gov.in) पर सरकार ने क्लास-वन अधिकारियों को रजिस्ट्रेशन करवाने को कहा है। जिसके तहत प्रदेश सरकार क्लास-वन अधिकारियों को यह जिम्मा देगी।

इस काम के लिए अधिकारियों को खुद ही रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। हर अधिकारी को कम से कम एक गांव को गोद लेना होगा। यह संबंधित अधिकारी पर निर्भर करता है कि वे किस गांव को गोद लेता है। विकल्प नहीं देने वाले अधिकारियों के गांवों का फैसला सरकार करेगी।

हरियाणा में हर अधिकारी को कम से कम गोद लेना होगा एक गांव, संबंधित अधिकारी पर निर्भर करेगा गांवहरियाणा में हर अधिकारी को कम से कम गोद लेना होगा एक गांव, संबंधित अधिकारी पर निर्भर करेगा गांव



मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गांव व वार्ड स्तर पर लोगों की समस्याओं के समाधान व गांवों में व्यवस्थागत व ढांचागत विकास के लिए ग्राम संरक्षक कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है। ग्राम संरक्षक बनने वाले अधिकारी गांवों के विकास के संबंध में मुख्य बिंदुओं को नोट कर उसकी जानकारी जिला प्रशासन व सरकार तक पहुंचाना सुनिश्चित करेंगे।

सीएम ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए क्लास-वन अधिकारियों से बातचीत की। कई अधिकारियों के साथ उन्होंने फोन पर भी संवाद किया। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय की भावना के साथ काम कर रही है। पिछले सात साल में जनहित में अनेक योजनाएं व कार्यक्रम शुरू किए हैं।



उक्त मामले में सीएम ने कार्यक्रम के तहत क्लास-वन के 14 अधिकारियों से बात की। इनमें एसीएस अनुराग रस्तोगी, कोसली में कार्यरत डा. भूपेश यादव, गुरुग्राम में कार्यरत डा. मोनिका, पानीपत थर्मल में कार्यकारी अभियंता आशीष ढुल, गुरुग्राम से डा. इंदु, होडल के एसडीएम वकील अहमद, प्रतिमा चौधरी, बृजलाल, करनाल से आजाद ङ्क्षसह, फतेहाबाद से शालिनी चेतल, मनोज कुमार, जयपाल, सिविल अस्पताल अंबाला में कार्यरत डा. पूजा गुप्ता व पंचकूला से हिमांशु गुप्ता शामिल हैं।



जानकारी के मुताबिक जिलास्तर पर ग्राम संरक्षक कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) होंगे। सभी 22 जिलों में प्रशासनिक सचिव स्तर के अधिकारी को भी नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। ये अधिकारी समय-समय पर सभी गतिविधियों की समीक्षा करेंगे तथा जो भी समस्याएं आएंगी उनका समाधान करेंगे। ग्राम संरक्षक द्वारा भेजे जाने वाले सुझावों को संबंधित विभागों को आवश्यक कार्यवाही के लिए भेजा जाएगा।





हालांकि अधिकारियों से पहले भी गांव गोद लेने के लिए कहा गया था, लेकिन तब यह अनिवार्य नहीं था और स्वेच्छा से कुछ अधिकारियों ने गांव गोद लिए तो अधिकतर ने नहीं लिए। लिहाजा, सरकार अब उनकी जिम्मेदारी और जवाबदेही दोनों तय करने जा रही है। हरियाणा में लगभग 6700 गांव और करीब दो हजार वार्ड हैं। अगर सभी प्रथम श्रेणी स्तर के अधिकारी एक-एक गांव व वार्ड के संरक्षक बनेंगे तो अधिकारियों की संख्या के हिसाब से हर गांव व वार्ड को कवर किया जा सकता है।

deepika gaur

Published by
deepika gaur

Recent Posts

अब से Haryana रोडवेज़ की बसों पर देखने को मिलेगा यह नया स्लोगन, परिवहन मंत्री अनिल विज ने जारी किए आदेश 

अभी तक प्रदेश की जनता ने हरियाणा रोडवेज की बसों पर सिर्फ़ 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ'…

6 days ago

आज जारी हो सकता है Haryana बोर्ड की कक्षा 10वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक 

प्रदेश के जिन छात्रो ने इस साल हरियाणा बोर्ड की 10वीं कक्षा के एग्जाम दिए…

6 days ago

Haryana के इस जिले की बेटी ने बिना ट्यूशन के ही 12वीं में हासिल किए 95.6%, यहाँ पढ़े पूरी खबर 

अभी हाल ही में हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 12 वी का रिज़ल्ट जारी किया है,…

7 days ago

इस फसल की खेती करने पर Haryana के किसानों को मिलेंगे प्रति एकड़ 1 हजार रूपये, यहाँ पढ़े पूरी ख़बर 

हरियाणा सरकार आए दिन प्रदेश की जनता के हित में कार्य कर रही है, ताकि…

1 week ago

Haryana के इन जिलों में होगा मॉक ड्रिल, यहाँ जाने इससे जुड़ी सभी जानकारी 

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा में सतर्कता…

2 weeks ago

Haryana शिक्षा बोर्ड ने 10वीं के परिणाम घोषित करने से पहले लिया यह बड़ा फैसला, यहाँ पढ़ें पूरी खबर 

प्रदेश के जिन छात्रों ने इस बार दसवीं की परीक्षा दी है यह खबर उनके…

2 weeks ago