हरियाणा में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है क्योंकि 2 फरवरी को एक मध्यम श्रेणी का वेस्टर्न डिस्टरबेंस उतरी भारतीय पर्वतीय क्षेत्र पर प्रवेश कर गया है। जिसकी वजह से 2 फरवरी की शाम तक उत्तरी राजस्थान और पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बनने जा रहा है। इससे पवनों की दिशा और गति फिर से बदलने वाली है और पवनों की दिशा दक्षिणी पूर्वी और दक्षिणी पश्चिमी और गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।
अरब सागर के साथ साथ बंगाल की खाड़ी दोनों से ही इस मौसमी प्रणाली को नमी प्राप्त होगी जिसकी वजह से शक्तिशाली मौसमी प्रणाली बन जाएगी और पंजाब, हरियाणा से लेकर पूर्वी राज्यों पश्चिमी बंगाल तक अपना प्रभाव दिखाएगी।
यह 4-5 फरवरी तक जारी रह सकता है।
पश्चिम हिमालयी क्षेत्र में बुधवार से शुक्रवार के बीच बारिश व बर्फबारी की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में दो और तीन फरवरी को और उत्तराखंड में तीन और चार फरवरी को ओलावृष्टि की आशंका है। हिमाचल प्रदेश में तीन फरवरी को भारी बारिश व बर्फबारी की संभावना है।पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में छिटपुट बारिश के आसार हैं।
पंजाब-हरियाणा व यूपी के उत्तरी हिस्सों में कड़ाके की ठंड के साथ बारिश भी हो सकती है। यूपी, बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और उत्तरी राजस्थान में घना कोहरा छाने के आसार हैं। पंजाब, हरियाणा व उत्तरी यूपी में अगले 48 घंटों में ठंड बढ़ सकती है
इधर चढ़ेगा पारा
मौसम विभाग का अनुमान है कि उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। पूर्वी भारत में भी अगले तीन दिनों को दौरान न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे दो तीन डिग्री बढ़ सकता है।
इससे पहले सोमवार को मौसम विभाग ने मासिक अनुमान में कहा था कि फरवरी माह में देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से कम तापमान रहने के आसार हैं। पंजाब और हरियाणा में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है।