जैसा की आप सभी को पता ही है की प्रशासन सभी शहरों को एक सूत्र में पिरोने का काम बड़ी तेजी से कर रही है। जिस क्रम में वह बहुत सारे नए हाईवे बनवा रही है। जिससे लोगों की यात्रा सुगम और सरल हो सके और लोगों को जाम फ्री सफर मिल सके। इसी क्रम में हरियाणा वासियों को बहुत जल्दी एक और नए हाईवे की सौगात मिलने वाली है। प्रधानमंत्री की देश में सड़क मार्ग के जरिए मजबूत कनेक्टिविटी की योजना के तहत इस स्क्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण नारनौल में जोरों शोरों से चल रहा है।
आपको बता दे, इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद जयपुर से चंडीगढ़ जाने वाले वाहन सीधा सफर कर सकेंगे। उन्हें दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस एक्सप्रेस-वे को ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेस वे भी कहा जाएगा।
आपको बता दें यह एक्सप्रेसवे एनएच 152 से होकर जा रहा है, इसलिए इस एक्सप्रेस-वे को 152 D का नाम दिया गया है। बता दें केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उनके कार्यकाल में देश में अनेक हिस्सों में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य चल रहा है।
आपको बता दें यह एक्सप्रेसवे कैथल चंडीगढ़ सड़क मार्ग पर इस्माइलाबाद से लगभग 5 से 10 किलोमीटर की दूरी से शुरू होकर, इसका दूसरा छोर नारनौल में जाकर खत्म हो रहा है। और नारनौल से यह एक्सप्रेसवे दिल्ली जयपुर हाईवे पर पनियाला गांव के पास से जुड़ेगा और वही से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे को जोड़ने की बात भी कही जा रही है।
एक्सप्रेस वे के बनने के बाद चंडीगढ़ से जयपुर जाने वाले लोगों का सफर सरल और सुगम हो जाएगा। उन्हे दिल्ली से घूम कर जाने से राहत मिलेगी। इसकी खास बात यह है कि इसका निर्माण शहरों से बाहर को बनाया जा रहा है। इसके दोनों तरफ से खेतों की हरियाली होगी। जिसकी खूबसूरती देखने लायक होगी।
एक्सप्रेस-वे का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल के मध्य तक इस पर वाहन चलने लगेंगे। एक्सप्रेस वे पर सफर करने के लिए टोल प्लाजा से ही एंट्री और एक्जिट करनी पड़ेगी।
आपको बता दे, इसकी मैन एंट्री टोल कैथल और नारनौल में बनाया गया है। इसके कुल लंबाई 227 किलोमीटर होगी। जिसके दोनों तरफ तीन ड्राइविंग लेन बनाई गई।
बताया जा रहा है कि, इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य पर लगभग 5 हजार करोड़ की अनुमानित राशि खर्च होने की संभावना है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से नारनौल, महेन्द्रगढ़, कनीना, चरखी दादरी, कलानौर, भिवानी, महम, रोहतक, सफीदों, जींद और कैथल के लोगों को सीधा फायदा पहुंचेगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
केन्द्र सरकार की सड़क मार्ग के जरिए कनेक्टिविटी मजबूत करने की दिशा में यह एक्सप्रेस-वे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा और प्रदेशवासियों को एक और नए हाईवे पर आरामदायक सफर करने का मौका मिलेगा।