प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जींद में लगभग 560 करोड़ रुपये से बनने वाले निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यहां मेडिकल कॉलेज बनने से जींद ही नहीं बल्कि आस-पास के जिलों के लोगों को भी स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं का बेहतर तरीके से लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के बन जाने से लोगों को हिसार, रोहतक, चंडीगढ़ व अन्य जगहों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और इससे लोगों के धन व समय की भी बचत होगी। इस दौरान डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यह मेडिकल कॉलेज जिले की सबसे बड़ी परियोजना है, इसको समयबद्ध तरीके से पूरा करवाएं और इसमें प्रयोग होने वाली सामग्री की गुणवत्ता की समय-समय पर जांच करते रहें।
उपमुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन स्थलों पर जाने की गाइडलाइन की पालना करते हुए हेलमेट पहन कर मौका का मुआयना किया। उन्होंने कहा कि 24 एकड़ में बनने वाले मेडिकल कॉलेज जिले की सबसे बड़ी परियोजना है। इसके निर्माण कार्य का टेंडर एलएंडटी (लार्सन एंड टूर्बो) कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। यह परियोजना अगस्त, 2023 तक पूरी होना सम्भावित है।
अब तक मेडिकल कॉलेज का लगभग 15 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए कम जगह में बेहतर तकनीक का प्रयोग करके बहुमंजिला भवन बनाए जा रहे है। कॉलेज में लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग हॉस्टल भवन बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह मेडिकल कॉलेज पूर्ण रूप से आधुनिक व तकनीकी युक्त बनाया जा रहा है।
इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री को जानकारी दी कि मेडिकल कॉलेज के पहले चरण में 12 बड़े ब्लॉक बनाए जाने हैं। इनमें 84173 वर्ग गज के भू-गृह में शिक्षण खंड, 28229 वर्गगज में शैक्षणिक खंड, ब्लॉक अस्पताल, 269 वर्गगज में पुलिस स्टेशन, 1000 वर्ग गज में कचरा प्रबंधन भवन, बिजली घर, 7382-7382 अलग-अलग वर्ग गज में लड़के व लड़कियों का हॉस्टल
नर्सिंग हॉस्टल, 6168 वर्ग गज में जूनियर और सीनियर चिकित्सकों के लिए हॉस्टल, 382 वर्ग गज में निदेशक आवास, 102 वर्ग गज में सब स्टेशन, गेस्ट हाउस, 650 बेड का अस्पताल, पैथ लैब के लिए इमारत, ब्लड बैंक, ओपीडी भवन, रेडियोग्राफी ब्लॉक जैसे भवन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस मेडिकल कॉलेज में 132 केवी की हाईटेंशन बिजली की लाइन गुजर रही है इसलिए बिजली की लाइन शिफ्ट करने के लिए इंतजार है।
इस पर उपायुक्त ने उपमुख्यमंत्री को बताया कि बिजली की इस लाइन को शिफ्ट करने के लिए विभाग द्वारा टेंडर जारी किया गया है और जल्द ही इस पर कार्य शुरू हो जाएगा। इस अवसर पर जुलाना के विधायक अमरजीत ढांडा, उपायुक्त नरेश नरवाल, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र बिजारनिया, हरियाणा राज्य सड़क व पुल निगम के प्रबंधक निदेशक निहाल सिंह, डीजीएम नवनीत नैन, एसडीओ परमेश व संबंधित आदि अधिकारी मौजूद रहे।