देश के कई राज्यों में माहामारी के मामलों में गिरावट आने के साथ ही प्रतिबंध हटने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. हरियाणा में भी महामारी की रफ्तार कम होने पर अब एक बार फिर से स्कूल खोले जाने की कवायद शुरू हो गई है. हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में पहली से नौंवी तक की कक्षाएं 10 फरवरी से शुरू होंगी। कक्षाओं में कोविड-19 के नियमों का पालन किया जाएगा।
वहीं सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में भी सौ फीसदी हाजिरी शुरु कर दी गई है। हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से गिरावट आई है। ऐसे में राज्य सरकार कई प्रतिबंधों से पहले ही ढील दे चुकी है। अब हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने अब पहली से नौवीं तक के स्कूल भी खोलने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। दसवीं से 12वीं तक की कक्षाओं को पहली फरवरी से खोला जा चुका है।
उन्होंने कहा कि जो अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल में भेजना चाहते हैं वो भेज सकते हैं लेकिन कक्षाएं आनलाइन भी चलती रहेंगी।शिक्षा मंत्री इस बाबत मुख्यमंत्री मनोहर लाल से विचार-विमर्श करेंगे। सीएम से मंजूरी मिलने के बाद इस बाबत निर्णय लिया जा सकता है। संभावना इसी बात की है कि अब सरकार भी स्कूलों को खोलने का मन बना चुकी है। वहीं दूसरी ओर, प्राइवेट स्कूल संचालकों द्वारा भी लगातार सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जो अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल में भेजना चाहते हैं वो भेज सकते हैं लेकिन कक्षाएं आनलाइन भी चलती रहेंगी।शिक्षा मंत्री इस बाबत मुख्यमंत्री मनोहर लाल से विचार-विमर्श करेंगे। सीएम से मंजूरी मिलने के बाद इस बाबत निर्णय लिया जा सकता है। संभावना इसी बात की है कि अब सरकार भी स्कूलों को खोलने का मन बना चुकी है। वहीं दूसरी ओर, प्राइवेट स्कूल संचालकों द्वारा भी लगातार सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है।
प्राइवेट स्कूल संचालक सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को खोलने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने सोमवार से स्कूल खोलने का ऐलान भी किया था लेकिन सरकार की सख्ती के चलते ऐसा नहीं हो सका। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने दो-टूक कहा, सरकार के फैसला लेने से पहले अगर कोई प्राइवेट स्कूल संचालक स्कूल खोलता है तो उस पर कार्रवाई होगी।