क्राइम ब्रांच 30 प्रभारी रविंद्र सिंह की टीम ने ओयो होटल में छापेमारी कर वहां पर चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। मौके से 34 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में करतार, सुनील, अतुल, विपिन, रिकी, सुरेंद्र, पंकज, धीरज, शुभम, विनय, देवेंद्र, मोहित, फरजान, नदीम, आकिब, राहुल, रजत, रोहित, माफिजा उर्फ सुम्मी, अंजलि रूपा, असुरा, मुस्कान, अंजली, किरण, नेहा, पूजा, पलक, रविता, सुशीला, कुमकुम, काव्या, एजेंट संदीप उर्फ मोनू तथा होटल मालिक नरेंद्र का नाम भी शामिल है।
बता दें कि एजेंट मोनू टैक्सी ड्राइवर का काम करता है और इसका इन लड़कियों के साथ संपर्क भी रहता है। मोनू ही इन लड़कियों को होटल में लेकर और छोड़कर आता है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बड़खल चौक पर स्थित सासाराम होटल पहले भी विवादित रह चुका है। गैंगस्टर विकास दुबे भी अपनी फरारी के दौरान इसी होटल में रुक पाया गया था।
रात्रि गश्त के दौरान गुप्त सूत्रों से मिली थी सूचना
एसीपी संदीप मोर रात्रि गश्त के दौरान बड़खल चौक पर मौजूद थे। उन्हें गुप्त सूत्रों की सहायता से सासाराम होटल में चल रहे देह व्यापार की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर तुरंत कार्यवाही करते हुए एसीपी ने क्राइम ब्रांच 30 तथा महिला थाना सेक्टर 16 की एक टीम गठित कर होटल में रेड की। इस वेश्यावृत्ति में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
इसके अलावा पुलिस ने होटल के एंट्री रजिस्टर को भी अपने कब्जे में ले लिया है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस थाना ओल्ड में अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा नंबर 71 दर्ज किया गया है।
बिहार से मंगवाते था लड़कियां
पूछताछ में सामने आया कि इस होटल का मालिक डबुआ कॉलोनी निवासी आरोपी नरेंद्र है। होटल में एजेंट मोनू तथा महिला आरोपित मफिजा उर्फ सुम्मी वैश्यावृति के लिए बिहार से लड़कियां मंगवाते थे।
रोजाना आती थी 10-15 लड़कियां
एजेंट मोनू द्वारा रोज यहां 10-15 लड़कियां वेश्यावृत्ति के लिए लाई जाती है। पूछताछ पूरी होने के साथ सभी आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेजा गया।