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आत्महत्या से पहले लिखा अपना दर्द : सब ध्यान रखना, अपना मम्मी पापा रोना मत मैं, फिर से आऊंगी बेटी बनकर

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हरियाणा के अंतर्गत आने वाले फतेहाबाद जिले के नहर कॉलोनी में एक 29 वर्षीय युवती द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला सामने आया है। युवती ने दीवार में अपना दर्द लिखा जिसे पढ़ हर किसी की आंखें नम हो जाती। उक्त वारदात की सूचना मिलते हैं। पुलिस ने मौके से शव कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है।

जानकारी के मुताबिक आत्महत्या करने वाली युवती का नाम ज्योति है, जिसका शव उसी के बेडरूम में बिस्तर परफंदे से लटकी हुई मिली है। वहीं ज्योति के फंदे पर लटके होने वाली जगह पर ही पास में कमरे की दीवार पर सुसाइड नोट लिखा था। मौके पर सीन ऑफ क्राइम की टीम को बुलाया गया और जांच की गई।ज्योति अविवाहित थी और एमए पास थी। परिवार ने ज्योति के किसी तरह के परेशान होने के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया।

आत्महत्या से पहले लिखा अपना दर्द : सब ध्यान रखना, अपना मम्मी पापा रोना मत मैं, फिर से आऊंगी बेटी बनकर




ज्योति की बेडरूम की दीवार पर लिखा था- मैं मेरी मौत की खुद जिम्मेदार हूं। किसी का कोई कसूर नहीं है, अपनी मर्जी से फांसी खाई मैंने, सब ध्यान रखना अपना मम्मी पापा रोना मत मैं फिर से आऊंगी बेटी बनकर। मेरे लिए जिंदगी में कुछ बना ही नहीं। लव यू पापा मम्मी पिंका काका राजू। सब ध्यान रखना एक दूसरे का। अंत में एक स्माइली का डिजाइन भी बनाया गया है।

आत्महत्या से पहले लिखा अपना दर्द : सब ध्यान रखना, अपना मम्मी पापा रोना मत मैं, फिर से आऊंगी बेटी बनकर



पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही हैं। हमारी आपसे नम्र विनती है, आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं हैं। जिंदगी कुदरत का दिया हुआ तोहफा है। इसलिए जरूरत है हम अच्छे बुरे वक्त में संघर्ष करें और डटकर आगे बढ़े। इस तरह आत्महत्या किसी भी सूरत में सटीक नहीं हो सकता। इसलिए जरूरी है कि माता पिता अपने बच्चों का दोस्त बनें ताकि उनकी परेशानी को वक्त रहते समझें और उन्हें यह आत्महत्या जैसी अनहोनी से बचाया जा सकें।

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