बीते कुछ समय शहर में प्रदूषण का स्तर काफी खराब स्थिति में था। पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहन, फैक्ट्रियों से निकलता धुआं, इन सब फरीदाबाद की हवा जहरीली हो रही थी। जिले में लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया था। प्रदूषण के करना लोग को सांस की बीमारियां या चमड़े से जुड़ी बिमारिया हो रही थी। लोग तरह तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे थे। इसकी रोकथाम के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड क्षेत्र में पेट्रोल-डीजल वाहनों की जगह ई-रिक्शा को बढ़ावा दिया जाएगा।
इसके लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग की ओर से जीत इंटरप्राइज कंपनी को काम सौंपा गया है। औद्योगिक नगरी में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है।
प्रदूषण के मामले में फरीदाबाद अक्सर नंबर एक पर ही रहता है। मंगलवार को दिल्ली से भी ज्यादा जहरीली हवा फरीदाबाद की रही। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 221 दर्ज किया गया जबकि फरीदाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 326 दर्ज किया गया।
ऐसे में लोग इस दमघोटू जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। प्रदूषण बढ़ने की एक वजह वाहनों से निकलने वाला धुआं भी है। लोगों को प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने विस्तृत योजना पर काम शुरू कर दिया है।
आज के समय में बिजली से चलने वाले वाहनों पर जोर दिया जा रहा है। प्रशासन भी इसके लिए कई कदम उठा रही है। इन वाहनों पर पेट्रोल डीजल से चलने वाले वाहनों से कम खर्च आता है।