इन दिनों विश्व में लगभग सभी जगह तनाव का माहौल है। कनाडा (Canada) में खालिस्तान (Khalistan) समर्थकों की आलोचना करने पर भारतीय-कनाडाई (Indo-Canadian) मीडियाकर्मी पर हमला हुआ है। बता दें कि पंजाबी भाषा के टॉक शो नेटवर्क (talk show network) के मेजबान पर ग्रेटर टोरंटो एरिया में तीन व्यक्तियों ने उनपर हमला किया। बुधवार को फ्रंटलाइन रेडियो (frontline radio) के होस्ट दीपक पुंज (Deepak Punj) को दोपहर साढ़े बारह बजे के करीब तीन युवकों ने उन्हें घेर लिया।
बता दें कि इससे एक दिन पहले उन्होंने अपने शो के दौरान रविवार को जीटीए शहर ब्रैम्पटन (GTA City Brampton) में खालिस्तान के झंडे दिखाने और भारत विरोधी नारेबाजी करने की आलोचना की थी।
आपको बता दें कि इन अज्ञात हमलावरों में से एक के पास गन थी वहीं दूसरे ने पुंज के सिर पर बीयर की खाली बोतल से हमला कर दिया और उन्हें कई मुक्के भी मारे। इसके बाद उन्होंने स्थानीय कानून प्रवर्तन को इस हमले की सूचना दी और फिलहाल इसकी जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि हमलावरों ने उनसे अंग्रेजी (English) और पंजाबी (Punjabi) में बात की। उन्होंने पुलिस (Police) को बदमाशों की गाड़ी की लाइसेंस प्लेट के आखिरी के तीन नंबर दिए हैं। पुंज ने कहा कि उसे परेशान किया जा रहा है, क्योंकि वह पंजाब से हैं और खालिस्तान का विरोध करते हैं।
पुंज ने NDP के नेता की भी आलोचना की
बता दें कि पुंज ने न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के नेता जगमीत सिंह की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि जगमीत सिंह (Jagmeet Singh) ने भारत में कृषि विरोधी कानूनों के विरोध का बार-बार समर्थन किया था। जब ओटावा (Ottawa) में ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल (Protest) की बात आई, तो उन्होंने न केवल उस आंदोलन का विरोध किया, बल्कि हाउस ऑफ कॉमन्स (House of Commons) से अल्पसंख्यक सरकार को आपातकालीन अधिनियम पारित करने में भी मदद की।
प्रार्थना सभा के दौरान लगे भारत विरोधी नारे
ब्रैम्पटन सिटी हॉल (brampton city hall) में रविवार को हुई घटना पर भारत सरकार (Indian Government) ने गुस्सा जाहिर किया। विदेश मंत्रालय ने भी ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन (Mayor Patrick Brown) की उपस्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। बता दें कि यहां पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू (Punjabi Actor Deep Sidhu) के लिए प्रार्थना सभा आयोजित की गई, जहां खालिस्तानी झंडों के साथ भारत विरोधी नारे लगाए गए।
बता दें कि दीप सिद्धू भारत में कृषि विरोधी कानूनों (Farmers Protest) के विरोध के दौरान एक अहम व्यक्ति के रूप में उभरा था। इसे पिछले साल गणतंत्र दिवस (Republic day) के मौके लाल किले (Red Fort) पर हिंसा करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। लेकिन इसी महीने एक दुर्घटना में उसकी मौत हो गई।