जैसा की आप सभी को पता ही है रूस और यूक्रेन के बीच जबरदस्त युद्ध छिड़ा हुआ है, जो रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। कई जानकार रूस यूक्रेन युद्ध को तीसरे विश्वयुद्ध की आहट भी बता रहे हैं। इसकी वजह से पूरी दुनिया में रूस के राष्ट्रपति पुनीत काफी चर्चा में आए हुए हैं। इस बार वह अपने आलीशान महल को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं।
रूस के राष्ट्रपति पुनीत का सीक्रेट महल जेलेंजिक शहर में ब्लैक सी यानी काला सागर के पास स्थित है। मॉस्को में स्थित पुनीत के सीक्रेट महल का नाम द ग्रैंड क्रेमलिन है। ऐसा बताया जाता है कि यह मेल 170 एकड़ में फैला हुआ है। इसके बीच 40 बाग बगीचे आते हैं।
अगर बात करें इसकी कीमत की तो वह करीब 10 बिलीयन डॉलर यानी करीब 1000 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। सीरिया, माइक्रोनेशिया, ग्रेनेडा, समोआ, और किरिबाती जैसे 16 देशों की GDP भी इससे कम है।
पुतिन के इस सीक्रेट महल में दो हेलीपैड हैं, एक मूर्तियों से सजा हुआ विशाल गार्डन है और भी बहुत कुछ है। इस घर का एक वीडियो पिछले साल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमे यह सभी चीजें देखने को मिली थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुतिन के इस महल में 11 बेडरूम, दो हैलीपेड, कैसीनो, प्राइवेट बार, थियेटर, पोल डांस बार समेत कई लग्जरी सुविधाएं हैं। इसमें एक संगमरमर का स्विमिंग पूल है, जिसे ग्रीक देवताओं की मूर्तियों से सजाया गया है। यहां 260 फीट लंबा फुट ब्रिज भी है।
ऐसा बताया जा रहा है कि उनका यह महल काफी रहस्यमई है। उनके इस सीक्रेट हाउस में परिंदा भी नहीं आ सकता। इस घर में हर तरफ रूसी राजधानी नजर आती है रूस का पावर माना जाने वाला यह महल दुनिया के लिए किसी पहेली से कम नहीं है। पुनीत ने खुद के इस महल के मालिक होने से इनकार किया था।
कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा करती है कि, पुतिन के पास कुल 19 घर हैं। इसके अलावा 58 विमान और हेलीकॉप्टर, 700 कारें और 3 करोड़ रुपये तक की दर्जनों महंगी घड़ियों का कलेक्शन भी है। वो विदेशी पालतू जानवरों के रखने के भी शौकीन हैं, जिसमें बोरिस नामक एक बाघ भी शामिल है, जिसे उन्होंने 2015 में लाइव टीवी पर जंगल में छोड़ दिया था।
व्लादिमीर पुतिन के विरोधी माने जाने वाले एलेक्सी नवलनी ने ही यह दावा किया कि उनके पास 100 अरब रुपयों का महल है, जिसमें ऐशोआराम की सबसे कीमती चीजें जुटी हुई हैं। यह वीडियो सामने आते ही रूस के 100 से ज्यादा शहरों में पुतिन विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गया था। जनता नवेलनी के समर्थन में उतर आए।