फरीदाबाद की सड़कें व हरियाली से नजर आने वाले हैं पूरे जिले के प्रमुख सड़कें हैं रंग बिरंगे फूलों से सजी नजर आएंगी इस कड़ी में सड़कों के सेंट्रल वर्ज व ग्रीन बेल्ट को सुंदर और खुशबूदार 10 तरह के फूल पौधों से सुसज्जित किया जाएगा इससे फरीदाबाद में प्रदूषण से छुटकारा मिलेगा साथ ही वातावरण भी स्वच्छ होगा यह कार्य नगर निगम द्वारा किया जाना है इसको करने में तकरीबन 2.5 करोड़ का खर्च होगा जिले की 36 से ज्यादा सड़कों पर यह पौधे लगाए जाने हैं
इससे पहले भी नगर निगम द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए अनेकों कदम उठाए गए पर फरीदाबाद का प्रदूषण दिनों दिन अपनी गति से बढ़ता जा रहा है वहीं अब इसके लिए एंटी स्मोग समेत खास प्रकार के पौधे लगाए जाने हैं जिस पर लगातार नगर निगम कार्य कर रहा है जिले में प्रदूषण की परेशानी से छुटकारा पाया जा सके इसलिए हर तरह की संभव कोशिश की जा रही है।
वहीं नगर निगम के कार्यकारी अभियंता अमरजीत बिसला ने बताया कि शहर के ग्रीन बेल्ट डिवाइडर के साथ-साथ चौक चौराहे पर यह फूल वाले पौधे लगाने की तैयारी की जा रही है उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि इसके लिए सड़कों के सेंट्रल वर्ज पर मिट्टी को समतल कर लिया गया है
उन्होंने आगे कहा इसकी शुरुआत बल्लभगढ़ से की जाएगी इसके तहत कई प्रकार के पौधे लगाए जाने हैं जिससे फरीदाबाद में होने वाले वायु प्रदूषण को कम किया जा सके इसके लिए विधानसभा वार निजी एजेंसी को काम सौंपा गया है बता दें कि शहर में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है पेड़ों की पत्तियों पर धूल मिट्टी जम जाती है इसको साफ करने के लिए स्प्रिंगकलर का उपयोग करना पड़ता है
पत्तियों पर जमा धूल और मिट्टी प्रदूषण के कणों को सोखना बंद कर देती हैं हवा को साफ नहीं कर पाते साथ ही सड़क पर पानी का छिड़काव करना पड़ता है जिससे उनको साफ रखा जा सके
नगर एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के लिए करीब 52 लाख रूपए बड़खल विधानसभा क्षेत्र में करीब 40 लाख तिगांव विधानसभा क्षेत्र में 48 लाख रूपए ओल्ड फरीदाबाद में करीब 40 लाख रुपए और बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में करीब 52 लाख की लागत से पौधे लगाए जाने हैं
हर विधानसभा क्षेत्र में 25 हजार फूल वाले पौधे लगाए जाएंगे केंद्र सरकार ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए ₹25 करोड़ रुपए जारी किए हैं जिले की सड़कों पर फूलदार पौधे लगाए जाने हैं जिसका जल्द ही शुभारंभ निगम आयुक्त द्वारा किया जाएगा
इससे पहले भी कई प्रयास प्रदूषण को रोकने के लिए किए गए हैं अब देखना यह होगा कि नगर निगम द्वारा किया जाने वाला यह कार्य कितना सार्थक सिद्ध होता है