24 वर्ष की इस लेडी पायलट ने यूक्रेन – रूस जंग से बचाई 800 भारतीयों की जान, जाने कौन है यह

0
653
 24 वर्ष की इस लेडी पायलट ने यूक्रेन – रूस जंग से बचाई 800 भारतीयों की जान, जाने कौन है यह

जैसा की आप सभी को पता ही है कि यूक्रेन और रूस के बीच जंग रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। एक समय तो ऐसा भी आया था जब लग रहा था कि अब सब कुछ खत्म हो गया है। वहां पर फंसे भारतीय छात्रों का क्या होगा? वह ठीक होंगे या नहीं?  ऐसे में भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा शुरू किया और युद्ध ग्रस्त क्षेत्रों से अपने लोगों को बुलाया।  इस विशेष ऑपरेशन को अंजाम देने में सरकार के साथ कई साहसिक भारतीय पायलटों का भी बहुत योगदान है।

आपको बता दे,  महाश्वेता चक्रवर्ती भी इन्हीं पायलटों में से एक हैं। इनकी उम्र 24 साल है। इन्होंने अपने साहस और सूझबूझ से ना सिर्फ युद्ध ग्रस्त क्षेत्र में विमान को लैंड कराया, इसके अलावा उन्होंने वहां से 800 जिंदगीयों को भी बचाया। पोलैंड हंगरी सीमा से महाश्वेता ने उड़ान भरकर 800 भारतीयों को सुरक्षित वापस भारत पहुंचाया।

24 वर्ष की इस लेडी पायलट ने यूक्रेन - रूस जंग से बचाई 800 भारतीयों की जान, जाने कौन है यह

आपको बता दे,  महाश्वेता कोलकाता की रहने वाली हैं। उनके इस साहस भरे काम कि भाजपा ने बहुत तारीफ करी है। उन्होंने ट्वीट कर महाश्वेता की बहुत सराहना की है। उन्होंने कहा है कि “कोलकाता की 24 वर्षीय पायलट श्वेता चक्रवर्ती ने पोलैंड हंगरी सीमा से 800 से अधिक भारतीयों को बचाया है। उनके लिए उन्हें बहुत-बहुत सम्मान।”

24 वर्ष की इस लेडी पायलट ने यूक्रेन - रूस जंग से बचाई 800 भारतीयों की जान, जाने कौन है यह

भाजपा की ओर से उनकी तस्वीरें साझा की गई हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष प्रियंका शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 24 वर्षीय महाश्वेता बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की प्रमुख की बेटी हैं। वह तनुजा चक्रवर्ती की बेटी हैं।

24 वर्ष की इस लेडी पायलट ने यूक्रेन - रूस जंग से बचाई 800 भारतीयों की जान, जाने कौन है यह

बता दे रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी को हमला बोला था। जिसके बाद अब तक दोनों देशों में जंग जारी है। जिस समय यह युद्ध शुरू हुआ था तब यूक्रेन में 18000 से ज्यादा भारतीय फंसे हुए थे।

24 वर्ष की इस लेडी पायलट ने यूक्रेन - रूस जंग से बचाई 800 भारतीयों की जान, जाने कौन है यह

आपको बता दे, इन भारतीयों को निकालने के लिए सरकार की  और से ऑपरेशन गंगा शुरू किया गया। इसके तहत वायु सेना के विमानों को भी पोलैंड, हंगरी रोमानिया भेजकर भारतवासियों को वहा से निकाला गया।