हरियाणा की छोरियों की धमक हो या म्हारे छोरों का धमाल, सूरजकुंड में छोटी चौपाल के मंच पर ये आज दिन भर छाए रहे। दूसरे देश व राज्यों से आए कलाकार भी हरियाणवी लोकनृत्य देखने के लिए दर्शक दीर्घा में बैठ गए।
छोटी चौपाल पर हरियाणा के कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, उत्तरी भारत सांस्कृतिक जोनल तथा विदेश से आए कलाकार अपने हुनर और नृत्य की अदाओं से दर्शकों का दिल जीत रहे हैं।
आज पूरे दिन इन कलाकारों ने मंच पर जमकर धमाल मचाया। इथोपिया के नेशनल थिएटर के कलाकारों ने गुरागा पोरामिया डांस पेश करते-करते जब एक स्थानीय महिला को मंच पर बैठाकर शादी का मंचन किया तो उसके दर्शकों के बीच बैठे उसके पति से यह देखा नहीं गया।
ये पतिदेव इथोपियाई कलाकार को दूर कर खुद पत्नी के साथ नाचने लगे। इसी तरह उत्तराखंड के युवक-युवतियों ने कुमांऊ अंचल का छपेली लोकनृत्य प्रस्तुत किया। इसमें प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात और उनके प्रेम भाव को इतनी संजीदगी से दिखाया गया कि बॉलीवुड के कलाकार इनके सामने फीके लगने लगे।
हरियाणा के जादूगर अशोक सम्राट की करामातों ने दर्शकों को दांतों तले ऊंगली दबाने पर मजबूर कर दिया। राकेश भराणिया की रागनी पाणी आली पाणी प्या दे, ठा के डोल खड़ी होगी..को भी दर्शकों ने काफी पसंद किया।
मंच संचालन में कुरूक्षेत्र विश्वद्यालय के डा. आबिद अली व अशरफ ने वाहवाही लूटी। आज मंच पर गुजरात का विवाह गीत दर्शाता लोकनृत्य, युगांडा, बस्तानिया, हिमाचल, मणिपुर, असम की प्रस्तुति को भी सराहा