35वें सूरजकुंड शिल्प मेला में पर्यटक विभिन्न प्रदेशों के लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा रहे हैं। मेला परिसर में अलग-अलग कोर्नर पर लजीज व्यंजनों के स्टॉलों पर व्यंजनों का स्वाद चख रहे दर्शकों की टोलियां देखी जा सकती हैं। लजीज व्यंजनों में गोहाना का प्रसिद्ध देसी घी का जलेबा, दिल्ली की चाट, पकोडे का सूप, पावभाजी व भेलपूरी आदि शामिल हैं।
शिल्प मेला में विभिन्न स्थानों पर पर्यटकों के खाने-पीने के स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टॉलों पर विभिन्न प्रदेशों के लजीज व्यंजनों की सुगंध पर्यटकों को अपनी ओर खींच रही है। मेला परिसर में गोहाना के प्रसिद्ध देसी घी का जलेबा की स्टॉल मेला के कोने-कोने में देखी जा रही है।
पर्यटक देसी घी की इस मिठाई का आनंद उठाते देखे जा सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली की चाट स्टॉल पर बिरयानी, बर्गर, सैंडविच, पावभाजी, भेलपूरी, मटर-कुलचा, सेवपूरी, पकौडा, पकौडे का सूप, स्टिक कुल्फी, मटका कुल्फी का जगह-जगह पर पर्यटक लुत्फ उठाते नजर आ रहे हैं।
मेला परिसर में राजस्थान, पंजाब के अलावा हरियाणा पर्यटन विभाग की ओर से भी विभिन्न स्वादिष्टï व्यंजन पर्यटकों के लिए उपलब्ध हैं। पर्यटक मेला परिसर में भ्रमण से थकान के बाद इन स्टॉलों पर लजीज व्यंजनों का आनंद उठाते हुए देखे जा रहे हैं। इसके अलावा मेला परिसर में अमेरिकन स्वीट कार्न के अलावा गन्ने का जूस भी पर्यटकों को लुभा रहा है।