पंजाब में सत्ताधारी सरकार के रुप में उभरी आम आदमी पार्टी अब हरियाणा में भी अपने कुनबे को बढ़ा रही है वही यह पार्टी खुद को राष्ट्रीय स्तर पर एक विकल्प बनाने के उद्देश्य से आगे बढ़ती जा रही है पंजाब में सरकार बनाने के बाद अरविंद केजरीवाल की पार्टी राजधानी के बाहर भी अपने सियासी पैर पसारने की कोशिश में जुट गई है यही वजह है कि धीरे-धीरे आम आदमी पार्टी का कुनबा बढ़ता जा रहा है
हरियाणा से लेकर गुजरात कर्नाटक तक अपनी पकड़ को मजबूत करने मैं यह पार्टी बड़े कदम उठा रही है आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के पूर्व सांसद और हरियाणा इकाई के प्रमुख प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को पार्टी में शामिल कर लिया है पंजाब के बाद एनसीआर में अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए आम आदमी पार्टी का फोकस अब हरियाणा पर होगा वही इस पार्टी की नजर दक्षिण भारत की सियासत पर भी है।
पार्टी दक्षिण के राज्यों पर भी अपनी नजर बैठे हुए हैं यही वजह है कि आम आदमी पार्टी ने कर्नाटक के लोगों के साथ तालमेल बिठाना शुरू कर दिया है वहीं सोमवार को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में 1990 बैच के पूर्व आईपीएस अधिकारी और बेंगलुरु के पूर्व पुलिस आयुक्त भास्करराव को पार्टी में शामिल किया गया।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी हिमाचल में भी अपनी शक्ल दिखाने से पीछे नहीं हट रहे हैं उत्साहित अप्रैल को हिमाचल की मंडी में रोड शो करेंगे आम आदमी पार्टी की है गतिविधियां इसलिए भी खास है क्योंकि हिमाचल प्रदेश और गुजरात दोनों राज्यों में 1 साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं पंजाब की जीत के बाद जिस तरह यह आम आदमी पार्टी सक्रिय दिख रही है ऐसे में सियासी पंडितों का कहना है
कि केजरीवाल की पार्टी देश की राजनीति में विपक्ष की भूमिका हथियाने की कोशिशों में जुट गई है आम आदमी पार्टी ने सोमवार को अशोक तंवर और भास्कर राम को पार्टी में शामिल कराकर बैक टू बैक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इसके लिए यह दिखाने की कोशिश की कि आम आदमी पार्टी का देशव्यापी विस्तार हो रहा है वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने फिर से देश की सियासत में बदलाव की मांग करने की बात कही है