वो दौर खत्म हो गया जब परीक्षा में नकल के लिए बच्चे पर्ची बनाकर लाया करते थे। परीक्षा में नकल करने के लिए भी किताब से पर्ची पर छोटा-छोटा लिखने की मेहनत करनी पड़ती थी। फिर एक दौर आया फोटो कॉपी का जिसे जीरो कॉपी कहते थे। इसमें मेहनत नहीं लगती थी बस कुछ रुपये खर्च होते थे और फोटो कॉपी मशीन सवाल का जवाब छोटे-छोटे अक्षरों में करके दे दिया करती थी। अब समय डिजिटल का है तो नकल भी डिजिटल हो गई है।
पहले की तरह नहीं कि नकल की पर्ची वाला सवाल पेपर में आ गया तो ठीक वर्ना बेकार। अब तो परीक्षा देते हुए कोई माइक्रोफोन लगा रहा है तो कोई व्हाट्सएप पर सवालों के जवाब मंगवा रहा है। आज जो नकल का किस्सा हम आपको बताने जा रहे हैं वो इन सबसे भी ऊपर की चीज है।
हरियाणा बोर्ड की परीक्षा में नकल रुकने का नाम नहीं ले रही 10वीं की अंग्रेजी की परीक्षा में परीक्षा केंद्र पर तैनात सुपरवाइजर और निरीक्षकों की मेहरबानी से पेपर में जमकर नकल चली. फतेहाबाद और हिसार में निरीक्षक और सुपरवाइजर बच्चों का पेपर करवाते पकड़े गए हैं. इतना ही नहीं बच्चे भी नकल और जुगाड़ के सारे हथकंडे अपना रहे हैं.
फतेहाबाद में छात्रों के क्लिप बोर्ड में मोबाइल फोन फिट किया मिला. फ्लाइंग टीम ने इसकी जांच की तो फोन की गैलरी में अंग्रेजी विषय का सिलेबस भी मिला. दूसरे की जगह परीक्षा देने वालों में एक महिला समेत सात को पुलिस ने हिरासत में लिया है. वहीं कई स्कूलों में बच्चों के पास पेंसिल और रेजर भी मिली।
फ्लाइंग टीम जैसे ही परीक्षा रूम में दाखिल हुई, बच्चे प्रश्न पत्र पर पेंसिल से लगाए गए निशानों को रेजर से मिटाने लग गए.
वहीं रोहतक के कन्या विद्यालय में परीक्षा समाप्त होने के पांच मिनट बाद भी सुपरवाइजर परीक्षा कराता पाया गया. टीम ने मौके पर पहुंचकर धर दबोचा और ड्यूटी से रिलीव कर दिया. भूना और भूथन कलां के कन्या विद्यालय में आउटसाइडर भी बड़ी संख्या में नजर आए.