फरीदाबाद की नहरों पर बने पुलो के ऊपर है अंधेरे का साया, मुश्किल सफर की डगर कैसे पकड़ेगी विकास के राह

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 फरीदाबाद की नहरों पर बने पुलो के ऊपर है अंधेरे का साया, मुश्किल सफर की डगर कैसे पकड़ेगी विकास के राह

रात में सफर करना अधिकतर लोगो को पसंद आता है, कहा जाता है की रात को रोशनी में हर शहर बहुत खूबसूरत लगता है और जब औद्योगिक नगरी की हो तो जहां पर यह इस बात की गारंटी की जा सकती है कि इस शहर में रोशनी से भरी सड़क आम बात होगी। लेकिन नहीं शायद फरीदाबाद शहर इतनी रोशनी से जगमगाता नहीं है जितनी उसको जरूरत होती है जिससे पूरा शहर जगमग हो सके

इस बात कारण यह है की इनको बनने के बाद अधिकारी इन पूलों का निरीक्षण करने के लिए नहीं आते हैं HSVP द्वारा बनाए गए आगरा – गुरुग्राम की नहर पर बने सेक्टर 4 सामने के ऊपर बहुत बड़ा गड्ढा है यह गड्ढा कई महीने पुराना और चौड़ा भी हो गया है जिसके कारण यहां पर लोगों को आने जाने में समस्या होती है

फरीदाबाद की नहरों पर बने पुलो के ऊपर है अंधेरे का साया, मुश्किल सफर की डगर कैसे पकड़ेगी विकास के राह

हालांकि अभी भी इस गड्ढे की हालत इतनी बेहतर नहीं हुई है जितनी होनी चाहिए थी । इस गड्ढे में अब मलवा भी डाल दिया गया है लेकिन फिर भी लोगों को डर बना हुआ है वही पैदल चलने वालों के लिए भी यह जगह बेहतर नहीं है यहां के फुटपाथ ओं के हालात बहुत खराब है ।

फरीदाबाद की नहरों पर बने पुलो के ऊपर है अंधेरे का साया, मुश्किल सफर की डगर कैसे पकड़ेगी विकास के राह

इन की चारदीवारी भी नहीं की गई है जिससे आने जाने वाले लोगों को डर बना रहता है बीपीटीपी क्षेत्र में भी इसी तरह की समस्याओं का बोलबाला है कई जगह तो सड़क के ऊपर की परत ही गायब है जिसके कारण यह सड़क लक्ष्मण झूला का रूप ले रही है साथ ही यहां पर भी लाइट ना होने के कारण लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है

फरीदाबाद की नहरों पर बने पुलो के ऊपर है अंधेरे का साया, मुश्किल सफर की डगर कैसे पकड़ेगी विकास के राह

तिगांव और बल्लबगढ़ को जोड़ने वाला पुल भी काफी समय से बना हुआ है लेकिन यहां पर एक भी लाइट नहीं लगाई गई है वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार तो टूटी सड़कों पर गड्ढे होते हैं और ऊपर लाइट नहीं होते हैं जिसके कारण गिरकर घायल हो जाते हैं