फरीदाबाद में ईएसआई मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पताल है। जहां पर लोगों को कंपनियों की तरफ से कार्ड बनाए जाते हैं। इन कार्ड का काफी फायदा मिलता है। अब ईएसआईसी कार्ड धारकों के लिए राहत भरी खबर सामने आ रही है।काफी लोगों को जहां पर काफी परेशानियां उठानी पड़ती है लेकिन अब एक राहत भरी खबर जो कि यह ईएसआईसी के कार्ड धारकों के लिए सामने आ रही है।
दिमागी बीमारी का सामना कर रहे लोगों को अब ऑपरेशन के लिए निजी अस्पतालों में जाने की जरूरत नहीं है। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ही न्यूरो सर्जरी हो सकेगी।ईएसआई मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इसके लिए चार न्यूरो सर्जन भी भर्ती की गई है।
करीब 2 माह में इसके लिए जर्मनी से मशीनें मंगाई जाएंगी और उन्हें स्थापित कर दी जाएगी। इसके बाद ऑपरेशन शुरू कर दिए जाएंगे जिले में करीब 6.5 लाख एस आई कार्ड धारक हैं ।
यहां ना केवल फरीदाबाद बल्कि पलवल हथीन होटल सोनीपत गोहाना रेवाड़ी इत्यादि जिलों से करीब 3000 से अधिक लोग रोजाना इलाज के लिए पहुंचते हैं। यहां आने के बाद उन्हे कई परेशानी उठानी पड़ती है।इस दौरान जब उन्हें था आकर सुविधा नहीं मिल पाती तो भाग दौड़ के बीच समय ज्यादा लगता है और इस बीच उनकी जान जाने का खतरा भी बन जाता है। कभी कबार निजी अस्पतालों के ईएसआई के मरीजों से व्यवहार भी ठीक नहीं किया जाता है।निजी अस्पतालों के ऐसे कई मामले पहले सामने आ चुके हैं ।
इन परेशानियों को देखते हुए कॉलेज प्रबंधन ने अस्पताल परिसर में न्यूरो सर्जरी शुरू करने की योजना बनाई है। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में न्यूरो सर्जरी सेंटर दिल्ली की तर्ज पर स्थापित किया जाएगा। इसके लिए जर्मनी से अत्याधुनिक तकनीकी मशीनें लगाई गई है। यहां जांच के साथ ऑपरेशन तक की पूरी सुविधा है। एम्स की तर्ज पर न्यूरो सर्जरी सेंटर स्थापित करने के लिए मशीनें जर्मनी से मंगाई गई है।अत्याधुनिक तकनीक से लैस मशीनों से ऑपरेशन में काफी सहायता मिलेगी इससे मरीजों को निजी अस्पतालों में लेफ्ट बंद हो जाएगा।उन्हें एक ही छत के नीचे पूरा इलाज मिल सकेगा।
डॉक्टर अनिल पांडे रजिस्ट्रार ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज ने बताया कि कार्ड धारकों को अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ईएसआईसी प्रयास रक्त है। कैथल के बाद अब दिमागी ऑपरेशन की सुविधा शुरू की जाएगी।