सस्ते दर पर सरसों का तेल खरीदने का लालच इन दो व्यापािरयों को महंगा पड़ गया। साइबर ठग ने निगम का अधिकारी बनकर व्यापारियों से एक लाख 11 हजार रुपए ठगकर फरार हो गया।सबसे पहले आपको बता दे साइबर क्राइम आखिर होता क्या है जिसे कंप्यूटर अपराध के रूप में भी जाना जाता है
अवैध उद्देश्यों के लिए एक उपकरण के रूप में कंप्यूटर का उपयोग है जैसे: धोखाधड़ी, बौद्धिक संपदा की तस्करी, व्यक्तिगत जानकारी की चोरी या गोपनीयता का आक्रमण जो इस साइबर क्राइम को जो अंजाम देते हैं उन्हें साइबर क्रिमिनल कहा जाता है ।
पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।जानकारी के अनुसार एनआईटी-5 निवासी शुभम शर्मा रेस्टोरेंट-ढाबा आदि में राशन सप्लाई का काम करते हैं। 28 मई को उनके पास सुबह 11:30 बजे फोन आया। फोन करने वाले युवक ने खुद को नगर निगम का अधिकारी बताया और कहा कि उन्होंने पिछले दिनों छापामार कर 36 पेटी सरसों का तेल व दो टीन रिफाइंड तेल पकड़ा है।
उसे सस्ते दरों पर बेचना चाहते हैं। इस बात को सुनकर व्यापारी लालच में आ गया।उसने पैसे लेकर आरोपी के बताए गए जगह पर अपने चचेरे भाई साहिल शर्मा और दोस्त तरुण को भेज दिया। फर्जी निगम अधिकारी ने अपने दूसरे साथी को एमसीएफ आफिस भेजकर शुभम से 70 हजार रुपए ठग लिए।
कुछ देर बाद शुभम भी निगम पहुंच गए। वहां उनके पड़ोसी ओमप्रकाश से मुलाकात हुई। पूछने पर ओमप्रकाश ने बताया कि वह भी तेल लेने के लिए ही आये हैं। ओम प्रकाश चाट की दुकान चलाते हैं।
ठग ने ओम प्रकाश से 38 हजार नगद व 3800 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कराया था। एसजीएम नगर पुलिस केस दर्ज कर लिया है। लेकिन ठगो का सुराग नहीं लगा है।