नगर निगम पिछले 5 साल से सैक्टर 58 इंडस्ट्रियल एरिया से निकलने वाले गंदे पानी की दिक्कत से जूझ रहा है ऐसे में वह कोई रास्ता नहीं निकाल पा रहा है। फैक्ट्रियों से निकलने वाला गंदा वेट केमिकल युक्त पानी बिना किसी ट्रीटमेंट के नदियों में वह नगर निगम के डोमेस्टिक सीवर लाइन के पाइप में डाला जा रहा है। इसी कारण से नगर निगम का सेक्टर 25 मेन पाइपिंग स्टेशन और प्रतापगढ़ का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट खराब हो चुका है ।
नगर निगम कई बार हरियाणा स्टेट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को लेटर लिखकर कार्रवाई करने के लिए कह चुका है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। नगर निगम अधिकारियों ने कहा कि अब में नई तकनीक का एसटीपी बनाया जा रहा है। अगर अभी भीइंडस्ट्रियल वेस्ट को नहीं रोका गया, तो नया एसटीपी भी खराब हो जाएगा।
जिस इंडस्ट्री में पानी से संबंधित काम होता है, वहां ईटीपी (इनफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट) लगाना होता है। जिसमें इंडस्ट्रीज से निकलने वाले गंदे पानी को ट्रीट किया जाता है। इस पानी को ट्रीट करने के बाद ही नगर निगम के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में डाला जा सकता है। सेक्टर-58 में ऐसा नहीं हो रहा है।
नगर निगम इंजीनियरों के मुताबिक सेक्टर-25 में एक पंपिंग स्टेशन है। इसमें घरेलू सीवर का पानी ही आता है। एनआईटी इलाके का पानी इस पंपिंग स्टेशन में जाता है तो उसे प्रतापगढ़ सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भेजा जाता है। वहां से पानी को ट्रीट करने के बाद नहरों व यमुना में डाल दिया जाता है । सेक्टर-25 पंपिंग स्टेशन में सीवर का पानी कम और इंडस्ट्रीज का गंदा पानी ज्यादा आता है।
नगर निगम अधिकारियों के अनुसार सेक्टर-58 में डाइंग और इलेक्ट्रोप्लेटिंग से जुड़ी कई फैक्ट्रियां है, जिनसे रोज 10 एमएलडी से भी ज्यादा गंदा पानी निकलता है। सेक्टर में कोई ईटीपी प्लांट नहीं है और यहां की सीवर लाइन को भी एसटीपी की सीवर लाइनों से जोड़ दिया गया है।
नगर निगम कई बार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से इसकी शिकायत कर चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। इससे प्रदूषण भी फैल रहा है।
सेक्टर-58 की फैक्ट्रियों का केमिकल युक्त पानी ईटीपी में जाता से है। 225 यूनिटों का गंदा पानी 6 एमएलडी के ईटीपी प्लांट से ट्रीट करके ही निगम के एसटीपी में डाला जाता है।
सभी फैक्ट्रियों के पानी का सैंपल लिया जाता है। सैंपल फैल होता है तो फैक्ट्री संचालक पर कार्रवाई की जाती है। -दिनेश कुमार, रीजनल ऑफिसर, हरियाणा पलूशन कंट्रोल बोर्ड