फरीदाबाद से रोज बंधवाडी प्लांट में 850 टन कूड़ा फेका जाता है लेकिन अब ये चिंता का विषय बन गई है क्योंकि बंधवाड़ी प्लांट में अब और कूड़ा फेके जाने की जगह नहीं बची है इसलिए एनजीटी ने आदेश की है कि शहर में नई जगह खोजी जाए जहां कूड़ा फेका जा सके।
शहर में ही डलेगा कूड़ा
बंधवाडी प्लांट में पहले से ही लाखों टन कूड़े का पहाड़ बन गया है इसलिए गुड़गांव और फरीदाबाद दोनो को अपने इलाके में जगह खोजनी है। सूत्रों से पता चला है कि फरीदाबाद की नगर निगम पालिका मोहोब्बताबाद में 15 दिनों का कूड़ा डंप करने के विचार में जगह तलाश रही है।
एनजीटी के आदेश से फरीदाबाद और गुड़गांव परेशान
गौरतलब है की एनजीटी ने ये भी आदेश दिए है की बंधवाडी प्लांट को लगाने का काम शुरू कर दिया जाए लेकिन उससे पहले कूड़े के पहाड़ को साफ किया जाए। इसलिए गुड़गांव और फरीदाबाद कुछ दिनों के लिए कूड़े को डंप करने की जगह ढूंढ रही। वही सूत्रों के अनुसार निगम पाली और मोहोब्बताबाद में को इस्तेमाल करने की विचार में है।
शहर में रोजाना 850 टन कूड़ा उत्पादन
चीन की इकोग्रीन कंपनी शहर से कूड़ा उठाने का कार्य कर रहे है। कंपनी 40 वार्डो के घरों से कूड़ा उठाती है। शहर में फिलहाल 93% एरिया से ही कूड़ा उठाने का कार्य चल रहा है जबकि बाकी लोग खुले में ही कूड़ा फेक रहे है। रोजाना 850 टन कूड़ा शहर से इक्ट्ठा कर ट्रांसफर स्टेशन ले जाया जाता है फिर वहां से बंधवाडी प्लांट पहुंचाया जाता है जहां पहले से ही कूड़े का पहाड़ बना हुआ है।
30 लाख टन कूड़े का पहाड़
चीन की इकोग्रीन कंपनी की लापरवाही की वजह से आज 30 लाख टन कूड़े का पहाड़ बनकर तैयार है। ऐसा न होता अगर बंधवाडी प्लांट में बिजली बनाने का संयंत्र लगाया गया होता। आपको बता दे, 2016 में कंपनी ने संयंत्र लगाने का काम शुरू किया जिसे एक साल के अंदर पूरा किया जाना था लेकिन वो आज तक पूरा नहीं हो पाया।