हरयाणवी संस्कृति को दर्शाते के लिए आयोजन किया चूरमा खाओ प्रतियोगिता, विजेता ने खा लिया 2 किलो चूरमा

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 हरयाणवी संस्कृति को दर्शाते के लिए आयोजन किया चूरमा खाओ प्रतियोगिता, विजेता ने खा लिया 2 किलो चूरमा

हरियाणा के चूरमा खाओ प्रतियोगिता की चर्चे सिर्फ देश में ही नही बल्कि विदेश में गूंज रहा है। इस बार के प्रतियोगिता में का विजेता खुद का ही रिकॉर्ड तोड़कर विजेता बना है। इस बार प्रतियोगिता में भाग लेने इंग्लैंड से रोहित अहलावत, इलाहाबाद से निशा मिश्रा, उत्तर प्रदेश के खुर्जा से तरुण, उत्तर प्रदेश के मोदीनगर से पंकज पहुंचे।

हरयाणवी लोग और वेशभूषा का चढ़ा रंग

प्रतियोगिता के दौरान प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पुरुष व महिलाएं हरियाणा की वेशभूषा में पहुंचे। जो इस कार्यक्रम की खासियत भी रही। पगड़ी बांधकर पहुंचने का क्रेज युवाओं में भी देखा गया।

हरयाणवी संस्कृति को दर्शाते के लिए आयोजन किया चूरमा खाओ प्रतियोगिता, विजेता ने खा लिया 2 किलो चूरमा

चूरमा खाओ प्रतियोगिता में 115 प्रतिभागियों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा दिखाई। जिसमें 75 पुरुष, 25 महिलाएं और 15 अंडर-10 बच्चों ने भाग लिया। सभी में ज्यादा से ज्यादा चूरमा खाने की होड़ लगी थी।

2 किलो चूरमा खा गया विजेता

ग्राम पिपली के शिव मंदिर में रविवार को चूरमा खाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें ग्राम रोहना निवासी सुरेश (55) ने 1 किलो 700 ग्राम चूरमा खाकर प्रतियोगिता जीत ली। प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 2100 रुपये था।

लेकिन सुरेश को अन्य प्रतियोगियों की तुलना में अधिक चूरमा खाने के लिए 15,000 रुपये से सम्मानित किया गया। दूसरा स्थान कुश्ती कोच कृष्णा ने जीता, जिन्होंने 1 किलो 55 ग्राम चूरमा खाया, जिसके लिए उन्हें तीन हजार (3,000 रुपये) से सम्मानित किया गया।

हरयाणवी संस्कृति को दर्शाने के लिए रखा चूरमा खाओ प्रतियोगिता

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिपली गांव निवासी शमशेर सिंह उर्फ धम्मल फौजी ने हरियाणवी संस्कृति और देशी खान-पान को बढ़ावा देने के लिए यहां चूरमा खाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया था।

हरयाणवी संस्कृति को दर्शाते के लिए आयोजन किया चूरमा खाओ प्रतियोगिता, विजेता ने खा लिया 2 किलो चूरमा

प्रतियोगिता की चर्चा विदेशों तक भी गई और इस प्रतियोगिता में विदेशों से भी प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि दिल्ली पुलिस कमांडो आशीष दहिया ने कहा कि हमारा खाना स्वादिष्ट ही नहीं पौष्टिक भी है।

उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन हमारे भोजन को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी हैं। विशिष्ट अतिथि पूर्व श्रीमती हरियाणा पूजा आल्हन रहीं, जिन्होंने प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया।

महिला बनी तीसरी विजेता

हरयाणवी संस्कृति को दर्शाते के लिए आयोजन किया चूरमा खाओ प्रतियोगिता, विजेता ने खा लिया 2 किलो चूरमा

प्रतियोगिता में मतिंदू निवासी हवा सिंह ने एक किलो 50 ग्राम चूरमा खाकर तीसरा, मुंडलाना निवासी सुरेश ने 955 ग्राम चूरमा खाकर चौथा तथा सिसाना निवासी ओमबीर ने चौथा स्थान प्राप्त किया।

प्रतियोगिता के विजेताओं को 846 ग्राम चूरमा खाने के बाद पांचवें स्थान पर आने वाले विजेताओं को नगद राशि व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

इस दौरान अंतरराष्ट्रीय पहलवान जोगिंद्र, सरपंच बिमला देवी, प्रधान मनोज, पूर्व पार्षद सुनील दहिया, पूर्व सरपंच विजय व धौली सहित अन्य मौजूद रहे।

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