हरियाणा राज्य के तीन शहरों में अब मिनी एयरपोर्ट बनाने की कवायत अब शुरू हो गई है। आरसीएस योजना के तहत केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने यह जानकारी देते हुए कहा कि हरियाणा रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत आगे बढ़ रहा है।
एविएशन कनेक्टिविटी मजबूत होगी
बता दें कि इस दिशा में हिसार, अंबाला और करनाल से देश के उत्तरी राज्यों के शहरों को एविएशन कनेक्टिविटी मुहैया कराने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है, उन्होंने कहा कि इस योजना में हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश शामिल हैं, उन्होंने कहा कि इन राज्यों के हवाई क्षेत्र को जोड़ा जाएगा और एक राज्य के शहरों से दूसरे राज्यों के शहरों तक हवाई संपर्क स्थापित किया जाएगा। केंद्र सरकार भी इस योजना को आगे बढ़ाने के लिए आगे बढ़ रही है। वहीं बैठक में यह भी बताया गया कि इस योजना के तहत हिसार को जैसलमेर, हिसार को जयपुर, हिसार को आगरा, अंबाला को वाराणसी, अंबाला को गोरखपुर आदि से जोड़ने की योजना है।
हरियाणा में पायलट और केबिन-क्रू प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किए जाएंगे
बताते चले कि बैठक में उपमुख्यमंत्री ने एयर इंडिया एविएशन ट्रेनिंग एकेडमी के निदेशक श्री सुनील भास्करन से भी चर्चा की कि एयर इंडिया हरियाणा में 3500 करोड़ रुपये का निवेश कर एविएशन के क्षेत्र में प्रशिक्षण शुरू करना चाहती है। डिप्टी सीएम ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रशिक्षण अकादमी शुरू करने के लिए इंजीनियरिंग प्रशिक्षण के लिए गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय (जीजेयू) और हिसार क्लस्टर के साथ आगे बढ़ने का सुझाव दिया है। सरकार ने सिम्युलेटर के तहत पायलट और केबिन-क्रू प्रशिक्षण के लिए पाटली-हाजीपुर और एटीएल सोहना में अकादमियां खोलने का सुझाव दिया है, जिसके तहत एयर इंडिया एक सप्ताह के भीतर इन स्थानों की पहचान करेगी और राज्य सरकार को सूचित करेगी।