लोगों के द्वारा ऐसा कहा जाता हैं कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। ऐसा ही एक कारनामा एक लड़की ने कर दिखाया हैं। राजस्थान के एक दूध विक्रेता की बेटी ने ऐसा ही कारनामा कर दिखाया हैं, जिन्होंने गौशाला में रहकर पढ़ाई करी। लड़की की मेहनत रंग लाई और वह अपने पहले ही प्रयास में जज बन गई और दूसरों के लिए मिसाल कायम करी।
26 साल की उम्र में हासिल करी सफलता
राजस्थान के उदयपुर की रहने वाली सोनल शर्मा ने पहले ही प्रयास में राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा पास कर ली है। सोनल को यह सफलता 26 साल की उम्र में मिली हैं। सोनल ने गौशाला में रहकर अपनी पढ़ाई करी। इसके बावजूद उन्होंने बीए, एलएलबी और एलएलएम की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण करी।
1 नंबर से रह गई थी कट आफ लिस्ट में
प्राप्त जानकारी के मुताबिक परीक्षा का परिणाम तो घोषित हो गया था, परंतु वोटिंग लिस्ट में सोनल शर्मा का नाम था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वह जनरल कट ऑफ लिस्ट में एक नंबर से पीछे रह गई थी। सोनल शर्मा को यह मौका तब मिला जब एक चयनित उम्मीदवार ने सेवा में नहीं बने रहने का फैसला किया।
चप्पल पर लगा रहता था गोबर
गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली सोनल शर्मा को अपनी पढ़ाई के लिए ट्यूशन और स्टडी मटेरियल तक नहीं मिल पाता था। सोनल साइकिल से अपने कॉलेज जाती थी और लाइब्रेरी में पढ़ती थी। सोनल शर्मा ने कहा कि कभी-कभी कॉलेज जाते समय मेरी चप्पलों पर गाय के गोबर का लेप लग जाता था, मुझे अपने सहपाठियों को यह बताते हुए शर्म आती थी कि मैं एक दूधवाले की बेटी हूं, परंतु आज मुझे इस पर गर्व है।