दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर स्थायी नोक बनने से वाहन चालकों की समस्याएं अधिक होती जा रही है। दिनभर जगह-जगह मानवरहित नाके भी लगाए गए हैं। इससे कई महत्वपूर्ण स्थानों पर जाम की स्थिति बनी हुई है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। लोगों का कहना है कि पुलिस बिना नोके लगाए, सीसीटीवी कैमरे और खड़े होकर भी गाड़ियों की चेकिंग कर सकती है। दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर से फरीदाबाद क्षेत्र के पलवल बॉर्डर तक करीब 30 किमी लंबा हाईवे निकल रहा है। ऐसे में हाईवे के दोनों तरफ करीब 200 से ज्यादा छोटी-बड़ी कंपनियां हैं। जानकारों के मुताबिक इन कंपनियों में काम करने वाले 10 हजार से ज्यादा कर्मचारी हाईवे के रास्ते निजी वाहन से अपने गंतव्य को जाते हैं।
हाइवे रहता है व्यस्त
वही फरीदाबाद से होते हुए दिल्ली से आगरा और आगरा से दिल्ली होते हुए फरीदाबाद के बीच एक लाख से ज्यादा वाहन चलते हैं। इसके कारण हाईवे व्यस्त रहती है, इससे सुबह व शाम के समय राष्ट्रीय राजमार्ग पर फरीदाबाद क्षेत्र में वाहनों की संख्या डबल हो जाती है। इसके बावजूद सीमावर्ती इलाकों में नाकाबंदी और मानवरहित नाकाबंदी की जा रही है। इससे वाहन चालकों की परेशानी बढ़ना तय है। दिल्ली-आगरा हाईवे पर बदरपुर बॉर्डर पार करने में वाहन चालकों की परेशानी बढ़ती जा रही है। स्थानीय लोगों के मुताबिक शाम को फरीदाबाद पुलिस ने दिल्ली की ओर जाने वाली सीमा पर उनके इलाके में नाकाबंदी कर दी। इसके अलावा दिल्ली पुलिस अपने इलाके में नाकेबंदी कर लेती है। इस दौरान फरीदाबाद व दिल्ली पुलिस द्वारा भारी मालवाहक वाहनों सहित अन्य वाहनों की चेकिंग की जा रही है। इससे सीमावर्ती क्षेत्र में शाम से लेकर देर रात तक जाम की स्थिति बनी रहती है।
ऑटो चालक मनमानी करते हैं
स्थानीय लोगों के मुताबिक फरीदाबाद पुलिस दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों की चेकिंग करती है, लेकिन रात में बदरपुर बॉर्डर पर फरीदाबाद पहुंचने वाले वाहनों की चेकिंग नहीं करती है। ऐसे में बदरपुर बॉर्डर पर फरीदाबाद की ओर ऑटो चालक मनमानी करते हैं। यात्रियों को लेने की होड़ में ऑटो चालकों ने सीमा क्षेत्र को जाम कर दिया। इससे लोगों को जाम का भी सामना करना पड़ता है। सूत्रों के मुताबिक हाईवे पर लोकल नाके नहीं लगा सकते हैं। साथ ही ट्रैफिक पुलिस किसी भी वाहन को अचानक चेकिंग के लिए नहीं रोक सकती है। राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर थोड़े समय के लिए ही ब्लॉक लगाए जा सकते हैं। एक याचिका पर सुनवाई के दौरान एडीजीपी (कानून व्यवस्था) ममता सिंह ने हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। उन्होंने हाईकोर्ट को बताया है कि भीड़भाड़ वाले शहरों में सीसीटीवी कैमरों की मदद से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान किया जा रहा है। हाईवे पर ट्रैफिक पुलिस अन्य वाहन चालकों को कोई परेशानी नहीं पहुंचा रही है।