प्रदूषण, वृक्षारोपण एवं वायु गुणवत्ता सुधार पर एचएसवीपी कन्वेंशन सेंटर सेक्टर-12 में आयोजित कार्यशाला में उद्यमियों ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एवं वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के पड़ोसी क्षेत्र के अध्यक्ष एमएम कुट्टी के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अध्यक्ष ने खुला रखा।
10 से 15 मिनट के लिए नहीं घंटों कटी रहती है बिजली
सबसे बड़ी समस्या उद्योगों को 24 घंटे बिजली न मिलना बताया गया। उन्होंने बिजली निगम के दावे को खारिज करते हुए साफ कहा कि निगम 10 से 15 मिनट की कटौती की बात करता है, लेकिन हकीकत में कई घंटे बिजली नहीं आती है। उद्यमियों के सवालों पर अध्यक्ष ने समाधान का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के दौरान वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के संयुक्त सचिव अरविंद नौटियाल ने भी उपस्थित लोगों को आयोग के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया।
फरमान आते ही चली जाती है नींद
सरूरपुर औद्योगिक क्षेत्र से आए जितेंद्र पाल ने कहा कि आयोग या बोर्ड से अचानक आदेश आ जाते हैं जिससे उद्यमियों की नींद उड़ जाती है। एक डर है कि पता नहीं कब उद्योग बंद हो जाएं। उद्योगों को 24 घंटे बिजली नहीं मिल रही, जेनरेटर नहीं चला सकते। डीएलएफ इंडस्ट्रीज के एसोसिएशन के अध्यक्ष जेपी मल्होत्रा ने बताया कि हम वायु प्रदूषण को कम करने के लिए हर तरह से आयोग बोर्ड और सरकार के साथ हैं लेकिन हमारी बात पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। उद्योग जगत भी राहत का इंतजार कर रहा है। बिजली कटौती, पीएनजी कनेक्शन से लेकर अन्य समस्याएं हैं। जिनका समाधान जरूरी है।