हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और गुजरात जैसे इन चार बड़े राज्यों को जोड़ने वाला जामनगर अमृतसर एक्सप्रेस 2023 में ही तैयार हो जाएगा। इस पर ट्रैफिक शुरू होने के बाद गुजरात से पंजाब आने जाने वाले लोगों का समय घटकर आधा रह जाएगा और साथ ही यह दूरी तय करने में करीब 23 घंटे का समय लगता है। जबकि इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद महज 12 घंटे में पंजाब से गुजरात पहुंचा जा सकेगा।
नितिन गडकरी ने राजस्थान में इस एक्सप्रेस-वे का मुआयना किया और साथ ही ग्रीन फील्ड 6 लेन, एक्सेस कंट्रोल्ड कॉरिडोर उत्तरी और माध्यम भारत के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। भारतमाला परियोजना के तहत बन रहे एक्सप्रेस वे से आने वाले दिनों में कई बड़े शहरों के बीच ट्रैवलटाइम कम हो जाएगा। इसके बनने के बाद उत्तर भारत के राज्यों से आसानी से गुजरात की। जामनगर और कांडला बंदरगाह ओ तक आया जाया जा सकेगा और इस परियोजना के पूरा होने से पंजाब के अमृतसर और जामनगर में 23 घंटे की बजाय सिर्फ 12 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। बता दें कि यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के 15 जिलों से गुजरता है। साथ ही यह कॉरिडोर देश की 3 रिफाइनरी पंजाब के भटिंडा रिफाइनरी राजस्थान के बाड़मेर रिफाइनरी एवं गुजरात के जामनगर रिफाइनरी को जोड़ेगा।
यह कॉरिडोर पंजाब में 155 किलोमीटर और गुजरात में 125 किलोमीटर में बनेगा। साथ ही राजस्थान में 15 100 करोड़ रुपए की लागत से 637 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का 93 फीसदी का काम पूरा हो चुका है। अमृतसर जामनगर ग्रीन फील्ड कॉरिडोर का कपूरथला जिले में सुल्तानपुर लोधी के पास दिल्ली कटरा एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा। इससे इस कॉरिडोर से राजस्थान के लोगों की दिल्ली कटरा एक्सप्रेसवे से वैष्णो देवी की यात्रा सुगम होगी। भविष्य में 10 लेन तक विस्तार के विकल्प के साथ 6 लेन राजमार्ग को 100 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार की गति के लिए डिजाइन किया गया है।
यह हाईवे राजस्थान के प्रमुख नगरों को पंजाब के इंडस्ट्रियल शहर लुधियाना से जुड़ेगा। इस एक्सप्रेस-वे पर हेलीपैड, होटल रेस्टोरेंट, पेट्रोल, पंप, इजी, चार्जिंग स्टेशन और जरूरी सामान की दुकानों सहित करीब 32 साइड में फैसिलिटी उपलब्ध होंगी। अमृतसर-जामनगर कॉरिडोर। से लुधियाना को कनेक्ट करने के लिए 2,500 करोड़ की लागत से 75 किलोमीटर लंबा 4- लेन लुधियाना-भटिंडा ग्रीन फील्ड हाईवे बनाया जा रहा है।